Hindi Poems, Hindi Poetry, Hindi Kavita, Poem By Rajkumar Yadav ## मैं सोचता हूं ठंडी ठंडी बहती हवा और पेड़ों की नरम छाया में तुम होती तो कितना अच्छा होता हवा के झोंके तुम्हारे जुल्फों को बिखेर जाते और मैं…
Month: May 2018
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Hindi Poems | Hindi Kavita | Hindi Poetry फटेहाल है हालत मेरी प्यार है चिथड़ा-चिथड़ा आँखों से आँखों का ताना-बाना भी उधड़ा-उधड़ा लाई कहां हैं? किस मोड़ पे ये जिंदगी आजकल तू कुछ और है ना ओर, ना छोर न…
Hindi Kavita | Hindi Poetry | Best Hindi Poem मक्खियों के तरह दिल के अरमां भिनभिनायें जो भी देख लें मिठाई उस ओर बढ़ जायें बंदरों की तरह डाल डाल छलांग लगाये पकड़े टहनियां जिंदगी के गीत गायें अरमां अरमां…
Hindi Love Poem By Raj Kumar Yadav ए मेरे Idiot आशिक! मुझे मालूम है कि तुम मुझसे प्यार करता है और तुम मुझे कहने से भी डरता है। मैं भी देखती हूं कि कैसे तुम आके इजहार करता है ए…