जीवन में सफल होने का सबसे सरल उपाय दूसरों द्वारा कही गई अच्छी बातों को सुनना और उन्हें अमल में लाना है क्योंकि इंसान वही श्रेष्ठ है जो सिर्फ अच्छा बोले नहीं अच्छा करके दिखाएं, क्योंकि अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती है।
कोई बात अच्छी है या बुरी है यह सिर्फ उस बात को प्रैक्टिकल रूप में उपयोग करने वाले को पता होता है।
हम प्रायः किताबों में लिखी गई अच्छी बातों को ध्यान लगाकर पढ़ते हैं परंतु काफी कम लोग हो ऐसा होते हैं जो किताब में कही गई बातों पर गौर करके उन्हें असल जिंदगी में अपना कर उनका फायदा लेते हैं।
कई लोगों का मानना होता है कि किताबों में लिखी गई अच्छी बातें सिर्फ लोगों द्वारा कल्पना की गई हैं उन्हें लगता है कि वे किसी के वास्तविक जीवन से जुड़ी हुई नहीं हैं।
लोग किताबों को पढ़ते हैं, अच्छी बातों पर मनन करते हैं तो उन्हें यही लगता है कि यह सिर्फ एक काल्पनिक बात लिखी गई है।
ऐसा वास्तविक जीवन में नहीं होता। परंतु सच्चाई यह नहीं है किताबों में लिखी बातें सत्य होती हैं, परंतु चूंकि उस सच्चाई को स्वीकार करना और अपनी गलतियों को सुधारने की प्रक्रिया बेहद कठिन होती है जिस से बचने के लिए लोग इस तरह के बहाने ढूंढते हैं।
लोग किताबों से अच्छी अच्छी मोटिवेशनल बातों तो पढ़ते हैं लेकिन उन्हें अपने जीवन में उपयोग नहीं करते और जब तक हम किसी के मुंह से कही गई या लिखी गई अच्छी बातों पर अमल कर वास्तव में अनुभव नहीं लेते हमें उस चीज का महत्व नहीं होता।
जीवन में सबसे बड़ी चीज आदत ही है क्योंकि हमें बर्बाद भी एक बुरी आदत ही करती है और एक अच्छा जीवन भी अच्छी आदत ही दिलाती है।
इसलिए हमें अच्छी बातों को अपने जीवन में उतारने के लिए सबसे पहले उन्हें उतारने की आदत बनानी पड़ेगी तब जाकर हम किसी भी कार्य को, किसी भी अच्छी बात को अपने जीवन में उतार सकगें।
अच्छी बातें सुनना तो हर कोई चाहता है पर बेहद कम लोग उनका उपयोग अपने जीवन में करने की सोचतें हैं।
क्योंकि सिर्फ अच्छी बातें सुनने से ही इंसान अच्छा नहीं बन पाता, वैसे अच्छी बातें तो किताबों में भी बहुत लिखी होती हैं। अगर लोग उन अच्छी बातों को अपना लेते तो शायद आज बुरा कोई होता ही नहीं।
जीवन की हर किताब और हर पन्ना हमें कुछ नया सिखाता है। लेकिन दुर्भाग्यवश हमें सही मार्ग रास्ता दिखाने वाली इन पुस्तको में प्रदर्शित पाठ पर न चलने का एकमात्र कारण मनुष्य की खराब आदतें हैं।
यदि हम अपनी आदतों में जरा सा परिवर्तन करें तो हम अपनी जिंदगी में अच्छी बातों को अपना सकते हैं।
अब हम आपको कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिन्हें पढने के बाद आपको अपने जीवन में अच्छी बातों को अपनाने में आसानी हो सकती है। निम्नलिखित बिंदुओं को ध्यान से जरूर पढ़ें।
1. अच्छी बातों को गौर से सुनना।
कई लोगों में यह आदत होती है कि जब वे किसी से बात करते हैं तो सिर्फ अपनी कहते चले जाते हैं, दूसरों की सुनते तक नहीं शायद वे यह भूल जाते हैं कि भगवान ने एक मुंह के साथ-साथ हमें सुनने के लिए दो कान दिए है।
जीवन में ऊंचा उठना है तो बोलने के साथ-साथ सुनने की क्षमता विकसित करें। हमें बातचीत के दौरान दूसरों की बातों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए और उनकी प्रत्येक बात का अर्थ समझने की कोशिश करनी चाहिए।
हो सकता है कि किसी के द्वारा कही गई कुछ बातें हम आज तक न जानते हो और किसी की बातें सुनते सुनते आपको कुछ ऐसे आइडियाज मिल जाए जिससे आपको अपनी परेशानियां हल करने में आसानी हो।
क्योंकि ईश्वर ने हम सभी को विशेष बनाया है। हर एक व्यक्ति के विचार अलग होते हैं, एक काम को करने के बहुत सारे तरीके होते हैं यह तरीका सिर्फ उस व्यक्ति पर निर्भर करता है जो व्यक्ति उस कार्य को करता है।
इसलिए हमें कभी अपने को सर्वश्रेष्ठ नहीं मानना चाहिए इस संसार में बहुत सारे लोग है जो हमसे भी सर्वश्रेष्ठ हैं। वे खुद को सर्वश्रेष्ठ होने का आभास नहीं करते, वे लोग हमेशा खुद को कुछ नया सीखने के लिए प्रेरित करते हैं और अन्य लोगों द्वारा कही गई अच्छी बातों को अपने जीवन में उतारते रहते हैं।
2. कम बोलना
हमें अपने जीवन में अच्छी बातों को अपनाने के लिए सिर्फ उन्हीं बातों को बोलना चाहिए जिनकी जरूरत हमें पड़ती है।
और यह कहावत भी है कि “सिर्फ इतना बोल कर चुप हो जाएं.. जिससे लोग तुम्हें दोबारा सुनने के लिए बेकरार रहें”
पर अधिकांश लोगों की बातचीत पर गौर किया जाए तो उनकी बातें बेतुकी होती है, यानी जिनका कोई अर्थ नहीं होता।
जिससे सिर्फ हम अपना और दूसरों का कीमती वक्त बर्बाद करते हैं। हमें सिर्फ वही बातें बोलनी चाहिए जिसका अर्थ सामने वाले को समझ आए, हमें कुछ सीखने को मिल सके।
जो लोग कम बोलतें हैं वही लोग ज्ञान से परिपूर्ण होते हैं। वे लोग कम बोलते हैं परंतु उन्हीं बातों को बोलते हैं जिनसे उनका काम बन सके।
जरूरत के वक्त बोलने के कारण वे उपयोगी बातें अपनाना प्रारंभ कर देते हैं इसी कारण वे लोग कम वक्त में ज्यादा ज्ञान की बातें प्राप्त कर लेते हैं।
हमें भी हमेशा यही कोशिश करनी चाहिए कि अपने शब्दों को कम से कम समय में और ज्यादा अर्थों के साथ बोलें।
3. अच्छे मित्रों का साथ
जीवन में अच्छे मित्रों का साथ होना बहुत जरूरी है लगभग 25 प्रतिशत जीवन हम अपने मित्रों के साथ गुजारते हैं । उसमें से लगभग 50 प्रतिशत बात हम अपने मित्रों के साथ सीखते हैं, हम अच्छी बातें सीखते हैं या बुरी यह हमारे मित्रों पर निर्भर करता है।
हमारे मित्र हम पर निर्भर करते हैं कि हम किस प्रकार के मित्रों को अपने जीवन में स्थान देते हैं। जब हमारे साथ हमारे मित्र अच्छे होते हैं तो हमें जीवन में अच्छी बातों को अपनाने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता।
क्योंकि हम भी धीरे-धीरे वैसे ही व्यवहार करने लग जाते हैं जैसे हमारे मित्र करते हैं। इसीलिए हमें अपने जीवन में हमेशा अच्छे मित्रों का साथ पकड़ना चाहिए।
जब हमारे मित्र अच्छे होते हैं तो हमारा जीवन भी खुद ब खुद संवरने लगता है ।
अतः बुरी संगति से बचें! अगर आपके दोस्तों से आपके जीवन में कोई बेहतर/ सकारात्मक बदलाव नहीं होता है तो आज ही उन दोस्तों का त्याग करें। क्योंकि कहा जाता है आप जिन 5 दोस्तों के साथ रहते हैं आप भी वैसे ही बन जाते हैं।
4. अच्छी पुस्तकें पढ़ना
जीवन में सबसे सच्चे और अच्छे मित्र पुस्तकें होती हैं। चूंकि हमारे मित्र हमें कभी भी धोखा दे सकते है परंतु पुस्तकें आजीवन हमारे सच्चे मित्र के रुप में हमारा मार्गदर्शन करती हैं।
एक पुस्तक हमारा ज्ञान बढ़ाने में हमारा सहयोग करती हैं। भले ही हमारे मित्र अपने 24 घंटे हम नहीं दे सकते, परंतु एक पुस्तक ऐसी होती है जो 24 घंटे नहीं बल्कि हमारी सारी उम्र भर हमारा साथ दे सकती है।
पुस्तक हमें कभी भी गलत कार्यों को करने के लिए प्रोत्साहित नहीं करती, आज तक ऐसी कोई भी पुस्तक नहीं है जिसमें गलत कार्यों के बारे में प्रोत्साहित करने की पंक्तियां लिखी हो। इसलिए हमें सबसे पहले एक पुस्तक को अपना सच्चा मित्र बनाना चाहिए।
5. बड़ों का आदर करें।
आदर करना ऐसी चीज है जिसके बलबूते हम अपने जीवन में लगभग आधे से ज्यादा अच्छी बातें सिखाते हैं।
जब भी हम किसी को आदर पूर्वक सम्मान देते हैं तो वह हमें कुछ न कुछ ऐसी अच्छी बातें बताते हैं जो हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी और महत्वपूर्ण हो।
आदर करना भी अच्छी बातों को अपनाने में बहुत ही महत्वपूर्ण और सहयोगी होता है। जीवन में आदर करना भी एक सबसे बड़ी और अच्छी बात है। जो लोग दूसरों का आदर करते हैं शायद उनके जीवन में बहुत सारी अच्छी बातें पहले से ही विद्यमान होती हैं।
6. अच्छी आदतें
कहा जाता है अच्छी आदतें अपनाने के लिए बुरी आदतों का त्याग करना पड़ता है इसलिए अगर आपको अपनी बुरी आदतों का त्याग करना है तो उसे छोड़े नहीं बल्कि किसी अच्छी आदत से उसे रिप्लेस कर दें।
एक अच्छी आदत को अपनाने के लिए सबसे पहले हमें अपनी आदतों में सुधार करना पड़ता है ।
हालांकि अच्छी आदतों को अपनाने की इस प्रक्रिया में सबसे मुश्किल है आदत को बदलने की प्रक्रिया।
इसमें शुरुआत बेहद मुश्किल होती है क्योंकि जब हमें किसी चीज की लत लग जाए तो उसे एकदम से छुड़ाना बेहद कठिन होता है।
क्योंकि जैसे-जैसे आपकी आदतें आपके दैनिक जीवन का हिस्सा बन जाती हैं तो उन आदतों के साथ जीना हमारे लिए आसान हो जाता है, जिससे अंततः हमारा सारा जीवन हमारे लिए आसान बन जाता है ।
अतः बुरी आदतों को बदलने के लिए दृढ़ संकल्प लें, नई शुरुआत करें जल्दी ही आप पाएंगे आप पहले से बेहतर बन चुके हैं।
सीख-
संक्षेप में यह लेख हमें बताता है कि केवल सिर्फ अच्छी बातें पढ़ना यह सुनना काफी नहीं है। जीवन में उन्हें अमल में लाकर ही एक श्रेष्ठ इंसान बना जा सकता है और अच्छी बातें अपनाने की इस पूरी प्रक्रिया में हमारी आदतों की भूमिका का भी वर्णन किया गया है।