एक बार की बात है, शिकागो शहर में सफल लोगों का जमावड़ा हुआ, वहां पर उपस्थित सभी सफल लोग अपने अनुभवों के बारे में चर्चा कर रहे थे।
वे सभी मिलेनियर और मल्टी मिलेनियर थे। सभी लोग जो इस जमावड़े में उपस्थित थे, सभी अपने जीवन में प्राप्त उपलब्धियों को लेकर विनम्र और thankful थे। चर्चा के दौरान यह प्रश्न उठ कर बाहर आया कि आखिर सब ने अपने जीवन में इतना सब कैसे हासिल किया?
तब वहां पर उपस्थित सभी लोगों में से एक समझदार आदमी उठकर यह जवाब दिया कि लक्ष्य से ही सफलता मिलती है, बाकी हर चीजें तो कमेंट्री है।
आज के इस आर्टिकल में हम इसी टॉपिक पर बात करेंगे आखिर वह कौन सी रणनीति होती है जिसको लागू करके हम अपने आप को लक्ष्य के करीब लेकर जा सकते हैं, हम अपना बड़ा सा लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।
कौन-कौन से फार्मूला और किस तरह के माइंडसेट होने की वजह से हम अपने Big goal को effort के साथ कम समय में हासिल कर सकते हैं।
अपने जिंदगी में बड़े लक्ष्य कैसे हासिल करें, इसके इसीलिए जरूरी tools और techniques नीचे दी गई है:-
अपना प्रमुख उद्देश्य सुनिश्चित करें
जीतने के लिए हर इंसान में 1 गुण होना ही चाहिए वह है निश्चित उद्देश्य- यह ज्ञान कि वह क्या चाहता है और उसे पाने की ज्वलंत इच्छा ~ नेपोलियन हिल
जिस बारे में हम ज्यादा समय तक सोचते हैं, जिसके बारे में हम ज्यादा देर तक विचार करते हैं, जिसके बारे में हम अपने दिमाग की एनर्जी और टाइम इन्वेस्ट करते हैं। हम वैसा ही बन जाते हैं और कहा भी जाता है कि किसी भी निश्चित लक्ष्य के बारे में ज्यादा समय तक सोचने से आकर्षण का नियम सक्रिय हो जाता है।
व्यक्ति के लक्ष्य के लिए आवश्यक विचार,उससे जुड़े लोग और संसाधन को अपनी ओर आकर्षित करने लगते हैं।
एक बड़ा और निश्चित लक्ष्य अवचेतन मन को भी आपके पक्ष में सक्रिय कर देता है।
इसका नतीजा यह होता है कि जिस विचार को हम चेतन रूप से सोचते हैं, अवचेतन मन उसे तुरंत हकीकत में बदलने लगता है।
और कहा भी जाता है कि ध्यान ही जिंदगी की कुंजी है। जहां जहां ध्यान जाता है वहां वहां से अपार और सब दिखाई देने लगते हैं और जिंदगी बदलनी शुरू हो जाती है।
शुरूआत से शुरू करें
किसी तरह लक्ष्य को हासिल करने का सबसे बेहतर कोशिश और पहल इस बात को अमल में लाना होता है कि हमेशा “शुरू से शुरू” करना चाहिए।
अगर किसी ज्यादा वजन वाले व्यक्ति का यह लक्ष्य है कि आने वाले महीनों में अपना वजन को कम कर के अंदर की बीमारियों और आलस्य को कम कर लेना है तो उसे चाहिए कि उसे अपने goals के लिए जरूरी त्याग और परिश्रम को अपनाना चाहिए।
अपने डेली रूटीन को बदलना, डाइट चेंज करना, morning routine set करना और इन सब के लिए सबसे जरूरी है कि continuity को बनाए रखना।
इतना सब करने के बाद उस ज्यादा वजन वाले इंसान का वजन कम करने का goals पूरा होता है।
इस तरह अगर आपके पास भी कोई अपना बड़ा लक्ष्य है, चाहे जो कोई competition exam हो या अपनी कंपनी स्टार्ट करनी है।
आपको हमेशा शुरू से शुरू करने की जरूरत होती है।
राह के बाधाओं को हटा दें।
काम कोई भी हो,उसे करने से लेकर जब तक हासिल नहीं हो जाता तब तक बहुत तरह की परेशानियां बाधाओं का सामना करना पड़ता है। लक्ष्य छोटा हो या बड़ा हो, उसे हासिल करने में कई तरह की कठिनाइयां आती है, राह रोकने की कोशिश करती है।
तो ऐसी मुश्किलों और कठिनाइयों से घबराकर अपने लक्ष्य से भटकना नहीं चाहिए बल्कि बताओ को दूर करने की कोशिश करनी चाहिए।
मनोवैज्ञानिक का मानना है कि समस्या को हल करना एक योग्यता है, समस्या को solve करना एक skill है। उसी तरह का skill है, जिस तरह का साइकिल चलाना, टाइपिंग सीखना, public speaking करना।
समस्या को चालू करना सीखना भी एक प्रैक्टिस का काम है। इसे हम अभ्यास के द्वारा सीख सकते हैं। सबसे पहले हम अपने भीतर के डर और शंकाओं को दूर करते हैं। उसके बाद हम समस्याओं को खोजते हैं, और उस समस्या को छोटे-छोटे हिस्सों में बात करते हैं हल करते हैं। इससे बड़ी से बड़ी समस्या भी आसानी से solve हो जाती है।
हर दिन अपने सपनों को analyze करें
लक्ष्य के बारे में कहा जाता है, लक्ष्य हमेशा व्यवहारिक और समय परक होता है। यानी लक्ष्य बनाने के साथ-साथ हम यह भी सुनिश्चित करते हैं कि लक्ष्य को कितने समय में हासिल कर लेना है।
लक्ष्य को सीमित समय तक हासिल करने के लिए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि हम अपने लक्ष्य को daily basis पर analyze करें। इसके साथ-साथ उसके प्रोग्रेस का ग्राफ चेक करें।
ऐसा करने से एक मोटिवेशन भी मिलता है, और हम इस तरह उस लक्ष्य के क काफी करीब हम पहुंच जाते हैं।
अपने लक्ष्य को एनालाइज करने का सबसे जरूरी तकनीक होता है।
अपने लक्ष्य के बारे में हर दिन लिखना।
अपने लक्ष्य के बारे में लिखने से हमारे अवचेतन मन की प्रोग्रामिंग हो जाती है, जिसके चलते उस लक्ष्य के लिए आंतरिक रूप से तैयार हो जाते हैं ।
इसका परिणाम हमको बाहरी जगत में देखने को मिलता है। इसके साथ-साथ आप बिस्तर में सोने से पहले, आप अपने दिमाग में यह भी सोच कर सकते हैं कि आप अपने लक्ष्य को हासिल कर चुके हैं। और अपने आपको महसूस कीजिए
अपने भविष्य का निर्माण कीजिए।
सुनो भैया सवाल आ सकता है कि भविष्य का निर्माण करने का क्या मतलब है?
दुनिया के जितने भी Corporate लीडर होते हैं, उन सब में एक खास बात होती है, वे सभी लोग visionary होते हैं। उनके पास 10 से 15 साल की योजना अपने दिमाग में होता है और आने वाले समय में खुद को कहां और किस तरह देखते हैं?
अपने दिमाग में ही अपना भविष्य का निर्माण कर लेते हैं।
इसी तरह आपको भी अपने लाइफ में, अपने कैरियर में, और अपने बीच business में कहां जाना है। यह सब अपने दिमाग में रखना चाहिए।
उसका मानसिक चित्र अपने दिमाग में खींचे। और सोचे कि आने वाले समय में आप क्या कर रहे हैं?
आपका परिवार किस तरह का जीवन जी रहा होगा?
ऐसा करने से आप अपना भविष्य अपने दिमाग में क्रिएट कर सकते हैं।
हर दिन कुछ ना कुछ नया करें
जितने भी सफल लोग होते हैं, स्कूल सब में एक खास बात होती है कि वह सभी के सभी कर्म केंद्रित होते हैं। वे सभी लोग काम करते हैं, काम करते हैं, और सिर्फ काम करते हैं।
एक काम करने का अर्थ ही सफलता को लाकर उनके कदमों में पटक देता है।
और असफल लोग काम से दूर भागते हैं, दूर भागते हैं, और उसके बाद पछताते हैं। असफल लोग कर्म करना नहीं चाहते हैं। चाहते हैं कि बिना काम किए ही सफलता उनको मिल पाए।
जितने भी सेल्फमेड मिलेनियर होते हैं, उन सब लोगों का एक ही विचार है कि वह हमेशा जितना मिलता है उससे ज्यादा काम करते हैं और लगातार काम करते हैं।
इसलिए जरूरी है कि आप को भी अपने लाइफ में अपने लक्ष्य के लिए रोजाना कुछ ना कुछ नया करना चाहिए।
अपना स्किल और नॉलेज इसको डेली बेसिस पर बढ़ाते रहें। बस यही एक आदत आपको सफल लोगों के लिस्ट में लाकर खड़ा कर देगा और आप बहुत जल्द सफलता की सीढ़ी चलेंगे। आपका लक्ष्य आपको आसानी से हासिल हो जाएगा।
जब तक सफलता नहीं मिलती तब तक लगे रहें
परिश्रम और योगिता से लगभग हर काम संभव है, महान काम शक्ति से नहीं, लगन से होते हैं
~ Samuel Johnson
लक्ष्य को हासिल करने के इस खंड में सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट पर आए हैं और इस पॉइंट को समझना बहुत जरूरी है ।
कई बार ऐसा होता है कि दो लोग एक ही काम को कर रहे होते हैं तो एक को जल्दी सफलता मिल जाती है, अरे को जल्दी सफलता नहीं मिलती, तो दूसरा इंसान हार मान लेता है,और छोड़ने के बारे में सोचने लगता है लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए।
हर इंसान का अपना स्ट्रगल होता है, अपना एक अलग परसोना होता है। इसलिए कभी अपनी तुलना दूसरों से करके खुद को कम ना समझे।
आपका जो लक्ष्य है ,जिसे आप पाना चाहते हैं और असफल हो जा रहे हैं ,अगर आपकी पहचान, आपकी आत्मा उससे जुड़ी है तो आप हार मत मानिए। फिर से ट्राई कीजिए। किसी भी तरह का डर है जो आप को रोकता है।
उस डर को समझिए उसे दूर कीजिए और फिर से लग जाइए और जब तक सफलता नहीं मिलती तब तक कोशिश करते रहिए।
यह भी पढ़ें