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Chanakya Quotes in Hindi : चाणक्य नीति के कुछ खास पहलू

Chanakya Quotes In Hindi

Chanakya Quotes in Hindi / आचार्य चाणक्य के अनमोल विचार

Chanakya Niti / Chanakya Learning & Quotes in Hindi

आचार्य चाणक्य का जन्म आज से लगभग 2400 साल पूर्व हुआ था। विष्णुपुराण, भागवत आदि पुराणों तथा कथासरित्सागर आदि संस्कृत ग्रंथों में आचार्य चाणक्य का नाम प्रसिद्ध है चाणक्य Chanakya जीवन दर्शन के ज्ञाता थे, उन्हें कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता हैं। उन्होंने जीवन में जो अनुभव प्राप्त किए, जिन नियमों का निर्माण किया, उन्हीं का उपदेश देकर वे इतिहास में अमर हो गए। वे महान शिक्षक भी थे। आचार्य कौटिल्य को एक ओर पारंगत और दूरदर्शी राजनीतिज्ञ के रूप में मौर्य साम्राज्य का संस्थापक और संरक्षक माना जाता है।

उन्होंने हमें ‘चाणक्य नीति’ जैसा ग्रन्थ दिया हैं, जो आज भी उतना ही प्रामाणिक है जितना उस काल में था। चाणक्य नीति एक 17 अध्यायों का ग्रन्थ है।

आचार्य चाणक्य ने सैकड़ों ऐसे कथन कह थे जिन्हें की हर इंसान को सफलता प्राप्त करने के लिए पढ़ना, समझना और अपने जीवन में अपनाना चाहिए।

पढ़िए, आचार्य चाणक्य नीति के कुछ खास पहलू

यदि ये सात व्यक्ति – विधार्थी, नौकर, राह चलने वाले मुसाफिर, भूखा, भय से घबराया हुआ, भण्डारी अथार्त भोजन-सामाग्री के संग्रालय का अधिकारी तथा द्वारपाल – सो रहे हो, तो इन्हें निसंकोच भाव से जगा देना चाहिए, क्योकि इनके कर्तव्य-कर्म का निर्वाह इनके जागते रहने में ही है, सोने में नहीं। इनका सोना इनके प्रमाद का सूचक और हानिकारक है। यही कारण है कि इन सोये हुओ को जगाने पर कृतज्ञता मिलती है जगाने वाले को अच्छा ही कहा जायेगा।

विधार्थी सोयेगा तो विद्या प्राप्ति में पिछड़ जायेगा। मुसाफिर सोयेगा तो लुट जायेगा भूखे और भयातुर को वैसे तो नींद ही नहीं आती, किन्तु सो भी रहे हो तो भूखे को भोजन करा दे और भयग्रस्त को आश्वासन से शान्त करें। इसी प्रकार पहरेदार और स्टोर के रक्षक के सोने से हानि होती है और चोरो को चोरी करने का अवसर मिल जाता है। अतः इन्हें सावधान करते रहना चाहिए।

सम्पूर्ण चाणक्य नीति (Chanakya Niti) हिन्दी में पढ़े

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आचार्य चाणक्य भारतीय राजनीति और अर्थशास्त्र के पहले विचारक माने जाते हैं। तक्षशिला विश्वविद्यालय में आचार्य रहे चाणक्य राजनीति के चतुर खिलाड़ी थे। कूटनीति का प्रकांड पंडित होने के कारण उन्हें कोटिल्य के नाम से भी जाना जाता है, इसी वजह से उनकी नीति व्यावहारिक ज्ञान और उनके आदर्शों पर टिकी है।

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