Chanakya Niti in Hindi Chapter 16, Chanakya Success Tips
भारतीय इतिहास में आचार्य चाणक्य वह चरित्र है, जो आज भी बेहद चर्चित है वे भारत के महान विद्वानों में से एक माने जाते हैं। मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चाणक्य कुशल राजनीतिज्ञ,चतुर कूटनीतिज्ञ, प्रकांड अर्थशास्त्री के रूप में भी विश्वविख्यात हुए। हमें चाणक्य के विचारों को ग्रहण करके उन्हें अपने जीवन में भी उतारना भी चाहिए, केवल पढ़ने मात्र से कोई लाभ नहीं होगा।
Kautilya Quotes in Hindi : Chapter 16
स्त्रियाँ कभी भी एक व्यक्ति से प्रेम नहीं करती हैं वे बातें किसी ओर से करती हैं, विलासपूर्वक देखती किसी और को हैं तथा हृदय में चिंतन किसी और के विषय में करती हैं। इस प्रकार उनका प्रेम एकान्तिक न होकर बहुजनीय होता हैं, उनकी प्रत्येक चेष्टा में चतुराई छिपी होती हैं।
The heart of a woman is not united; it is divided. While she is talking with one man, she looks lustfully at another and thinks fondly of a third in her heart.
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अविवेकी व्यक्ति अपने अज्ञान के कारण किसी सुन्दरी को अपने में ही अनुरक्त समझने का भ्रम पाल लेता हैं। वह अपनी इस मुर्खता के कारण उसके अधीन होकर मनोरंजन के लिए पाले हुए पक्षी के समान उसके संकेतों पर नाचने के लिए विवश हो जाता हैं।
A foolish man easily falls in love with a whore and then becomes her toy. She will use him, betray him, trick him, and finally destroys him.
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धन-दौलत पाकर व्यक्ति में अहंकार आ ही जाता हैं विषयों का सेवन संकटों का कारण होता हैं। स्त्रियाँ सभी प्राणियों को अपने सौन्दर्य के रूप-जाल में फंसा लेती हैं। राजपरिवार का रोष-तोष बदलता रहता हैं और सभी प्राणी एक न एक दिन मृत्यु को प्राप्त होते हैं, याचक बनते ही व्यक्ति की गरिमा नष्ट हो जाती हैं।
Who is there who, having become rich, has not become proud? What licentious man has put an end to his calamities? What man in this world has not been overcome by a woman? Who is always loved by the king? Who is there who has not been overcome by the ravages of time? What beggar has attained glory? Who has become happy by contracting the vices of the wicked?
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आज तक न तो किसी ने सोने का मृग बनाया हैं और न पहले से बना हुआ देखा और सुना ही हैं, फिर भी श्रीराम उसे पाने के लिए उत्सुक हो उठे और उसके पीछे भाग खड़े हुए। सच तो यह हैं की विनाश-काल आने के समय मनुष्य के सोचने की शक्ति जाती रहती हैं।
No golden deer took birth nor anyone has seen it. Still, Lord Rama went after it. It appears as wisdom deserts a person on the beginning of trouble.
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व्यक्ति अपने गुणों से ही ऊपर उठता हैं, ऊँचे स्थान पर बैठ जाने से ही ऊँचा नहीं हो जाता उदाहरण के लिए महल की चोटी पर बैठ जाने से कौवा क्या गरुड़ बन जायेगा।
A man might acquire some big position after putting some efforts, but that is not everything. A crop sitting on the steeple of the place is not honored as in the case of an eagle.
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व्यक्ति की प्रतिष्ठा उसके गुणों से ही बढती हैं, न कि स्थान से या विशाल सम्पति से, उदाहरण के लिए पूर्णिमा का पूरा चन्द्रमा हो या द्वितीय का क्षीण, परन्तु निष्कलंक चन्द्र, क्या दोनों स्थितियों में पूज्य नहीं होता।
A man is respected for his qualities even if he had not enough money. The little moon on the second day of antecedence is given much more importance than a full moon.
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गुणी वही होता हैं जिसकी प्रशंसा अन्य लोग करें। अपने मुंह से अपनी प्रशंसा करना अच्छी बात नहीं अन्य व्यक्तियों द्वारा प्रशंसित गुण ही सच्चे अर्थो में गुण होते हैं।
A man without qualities if praised by others; gains glory. If lord Indra starts praising himself then it will not gain to his glory. Praising oneself will not earn you respect.
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गुण भी उसी व्यक्ति को फलीभूत होते हैं जो गुणी अर्थात विवेकी होते हैं। क्योकि उसी व्यक्ति में गुणों को अपनी सार्थकता नज़र आती हैं उदाहरण के लिए सोने में जड़ा हुआ रत्न ही शोभा प्राप्त करता हैं।
If good qualities should characterize a man of discrimination, the brilliance of his qualities will be recognized just as a gem which is essentially bright really shines when fixed in an ornament of gold.
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जिस प्रकार अमूल्य रत्न को भी अपने आश्रय के लिए सोने की आवश्कता होती हैं, सोने में मढ़े जाने पर ही रत्न को धारण किया जा सकता हैं। उसी प्रकार संसार में परमात्मा की बराबरी करने वाला पुरुष भी किसी उपयुक्त आश्रय के अभाव में यश और प्रसिद्धी प्राप्त नहीं कर पाता।
Like a gem embedded in an ornament of gold appears more elegant. In a similar manner, a man must enhance his good qualities to add more charm to his physical beauty.
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धन तो व्यक्ति के पास होना ही चाहिए, परन्तु शरीर को अत्यधिक क्लेश-पीड़ा देकर प्राप्त होने वाले, धर्म का उल्लंघन करके अथार्त अन्याय और पाप के आचरण से मिलने वाले तथा शत्रुओं के सामने झुक कर, आत्मसम्मान को नष्ट करके मिलने वाला धन कभी भी वांछनीय नहीं होता, ऐसे धन को पाने की अपेक्षा उसका न पाना ही अच्छा हैं।
Every man should have some money but I do not like that wealth which is to be attained by enduring much suffering, or by transgressing the rules of virtue, or by flattering an enemy.
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उस धन-सम्पति से क्या लाभ जो कुलवधू के समान केवल स्वामी के अपने ही उपभोग में आती हैं। लक्ष्मी तो वही उत्तम हैं जो वेश्या के समान न केवल सभी नगरवासियों के उपभोग में आएं, बल्कि पथिको का भी हित करें।
Money comparable to the bride of an orthodox family is not of much use. It must be like a prostitute available to anyone in need.
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संसार में आजतक कोई भी व्यक्ति धन, जीवन, स्त्रियों तथा खाने-पीने के उत्तम पदार्थों से न तो तृप्त हुआ हैं। और न ही होगा और न हो रहा हैं भूतकाल में इन विषयों में सभी प्राणी अतृप्त होकर ही गए हैं। और वर्तमान में भी अतृप्त ही दिखाई देते हैं तथा भविष्य में भी यहीं स्थिति बनी रहेगी।
Those who were not satiated with the enjoyment of wealth, food, and women have all passed away; there are others now passing away who have likewise remained unsatisfied, and in the future still, others will pass away feeling unsatisfied.
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इस संसार में सभी प्रकार के दान, यज्ञ, होम तथा बलिदान कर्मफल-भोग के उपरान्त नष्ट हो जाते हैं, परन्तु सत्पात्र को दिया गया दान तथा जीवों को दिया गया अभयदान भी नष्ट नहीं होता और न ही क्षीण होता हैं। उनका फल अक्षय होता हैं।
The blessings earned after donating land, water, clothes, or after performing Yajna are not very significant when compared to blessings obtained after helping a deserving person in need.
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घास का तिनका हल्का है। रुई उससे भी हल्की है। भिखारी तो अनंत गुना हल्का है। फिर हवा का झोंका उसे उड़ा के क्यों नहीं ले जाता। क्योंकि वह डरता है कहीं वह भीख न मांग ले।
A blade of grass is light, cotton is lighter, and the beggar is infinitely lighter still. Why then does not the wind carry him away? Because it fears that he may ask alms of him.
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अपमान कराकर जीने की अपेक्षा मर जाना बेहतर हैं क्योकि मरने का दुःख तो एक क्षण का होता हैं। परन्तु अपमानित होकर जीने का दुःख तो जीवनपर्यन्त पल-पल सताता हैं, सम्मानित जीवन ही जीने के योग्य होता हैं और वहीँ सत्य हैं।
It is better to die than to live a life of humiliation. You die once, but humiliation kills you every moment.
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मनुष्यों को मर्दुभाषी होना चाहिए उसकी वाणी में रस होना चाहिए, क्योकि मीठा बोलने से सभी प्रसन्न होते हैं। मीठा बोलने में कंजूसी करने से क्या लाभ? मीठा बोलने में कौनसा धन खर्च होता हैं, जिसके चले जाने का भय हो बल्कि मीठा बोलने से तो सभी प्रसन्न होते हैं।
One must not act like a miser when it comes to speaking politely. A polite talker is appreciated by all and speaking politely costs nothing.
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इस संसाररूपी वृक्ष के दो फल हैं, जो अमृत के समान मधुर होने से ग्रहणीय हैं प्रथम –अच्छी भाषा और अच्छे बोल और दूसरा –साधु पुरुषो का संग।
There are two nectarine fruits hanging from the tree of this world: one is the hearing of sweet words other is the society of saintly men.
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यदि जन्म-जन्मांतर से प्राणी ने दान देने तथा शास्त्रों के अध्ययन और तप करने का जो अभ्यास किया होता हैं तो नया शरीर मिलने पर उसी अभ्यास के कारण ही वह सत्कर्मो की ओर प्रवृत्त होता हैं।
The good habits of charity, learning, and austerity practiced during many past lives continue to be cultivated in this birth by virtue of the link (yoga) of this present life to the previous ones.
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पुस्तकों में लिखी विधा और दूसरों के हाथो में गया हुआ धन आवश्कता पड़ने पर कभी काम नहीं आता। विधा वही काम आती हैं जो मनुष्य ने सीख कर अपनी बना ली हो और पैसा वही काम आता हैं जो अपने पास हो।
Money in the hands of somebody else is of no use. The same is the case with a person whose knowledge is only confined to books.
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Friends, चाणक्य नीति के उसी क्रम में “Chanakya quotes in hindi and English : sixteen chapter” share कर रहा हूं। आशा है आपको बहुत सी बातें सीखने को मिलेगी।
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