Chanakya Niti in Hindi Chapter 6, Chanakya Success Tips
आचार्य चाणक्य ने अपनी विद्वत्ता और क्षमताओं के बल पर भारतीय इतिहास की धारा को बदल दिया था। मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चाणक्य कुशल राजनीतिज्ञ, चतुर कूटनीतिज्ञ, प्रकांड अर्थशास्त्री के रूप में विश्वविख्यात हुए। इतनी सदियाँ गुजरने के बाद आज भी यदि चाणक्य के द्वारा बताई गए नीतियाँ प्रासंगिक हैं तो मात्र इसलिए क्योंकि उन्होंने अपने गहन अध्ययन, चिंतन और जीवन के अनुभवों से अर्जित अमूल्य ज्ञान को, पूरी तरह नि:स्वार्थ होकर मानवीय कल्याण के उद्देश्य से अभिव्यक्त किया।
Chanakya Niti : Sixth Chapter
मनुष्य को धर्मं के वास्तविक स्वरूप का ज्ञान शास्त्रों और नीतिपूर्ण बातों को सुनने से भी हो सकता हैं, धर्माचरणपूर्ण बातों तथा शास्त्रों के ज्ञान की बातें सुनने से व्यक्ति को मोक्ष भी प्राप्त हो सकता है।
Man reads scriptures to know religion, he sheds ignorance to make way for learning and he attains Moksha (Nirvana) through knowledge of religion.
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पक्षियों में सबसे अधिक दुष्ट और नीच कौआ होता हैं इसी प्रकार पशुओ में कुत्ता और साधुओ में वह व्यक्ति नीच व चांडाल माना जाता हैं जो अपने नियमों को भंग करके पाप-कर्म में प्रवृत हो जाये, सबसे अधिक चांडाल दूसरों की निन्दा करने वाला व्यक्ति होता हैं।
Among birds crow, among beasts dog, among saints ill tempered one and among humans a backbiter is the lowest of all.
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कांसे के पात्र को यदि राख से साफ़ किया जाए तो वह चमकने लगेगा इसी प्रकार तांबे के बर्तन को शुद्ध करने के लिए खटाई की आवश्कता होती हैं, स्त्री की शुद्धता के लिए आवश्यक हैं कि वह रजोदर्शन कर चुकी हो, इसी प्रकार नदी की शुद्धि उसके वेगपूर्ण बहाव में होती हैं।
Ash cleans bronze, acid cleans copper, menstruation cleans a woman and rapid flow cleans water of a river.
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राजा का कर्तव्य है कि वह अपने राज्य के विभिन्न प्रदेशों में घूम-घूम कर अपनी प्रजा के सम्बन्ध में सब तरह की जानकारी प्राप्त करे, इसी प्रकार जो साधु अथवा योगी पुरुष विभिन्न स्थानों पर घूमते हैं तो लोग उनकी पूजा करते हैं किन्तु बिना कारण इधर-उधर घुमने वाली स्त्री पतन का ही शिकार हो जाती हैं।
A king who tours his kingdom is the protector of the subjects. A Yogi or learned person who goes from place to place is respected. But a woman who walks out of her home gets destroyed.
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जिस व्यक्ति के पास पैसा हैं, लोग स्वत: ही उसके मित्र बन जाते हैं, बन्धु-बान्धव भी उसे आ घेरते हैं जो धनवान है आज के युग में उसे ही विद्वान और सम्मानित व्यक्ति माना जाता हैं। धनवान व्यक्ति को ही विद्वान और ज्ञानवान माना जाता हैं।
One who has riches, he has friends, he has relatives, and he is called a man a wise one.
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मनुष्य जैसा भाग्य लेकर आता हैं उसकी बुद्दि भी उसी के समान बन जाती हैं, कार्य-व्यापर भी उसी के अनुरूप मिलता हैं उसके सहयोगी सगी-साथी भी उसके भाग्य के अनुरूप ही होते हैं।
The destiny shapes one’s mind, brain, one’s profession and one gets associates according to the same.
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इस संसार में सबसे अधिक बलवान काल अथवा समय हैं काल का चक्र स्रष्टि के आदि से अन्त तक चलता रहता हैं वह कभी रुकता नहीं जो उनकी उपेक्षा करता हैं काल उसको पीछे छोड़ कर आगे निकल जाता हैं।
Time consumes the five elements- the earth, the water, the air, the fire, and the sky. The time brings death. Even after doomsday the time remains in latent form. No one can beyond time.
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जो व्यक्ति जन्म से अँधा होता हैं उसे तो कुछ दिखाई नहीं देता, परन्तु जो व्यक्ति काम के आवेग में अँधा हो जाता हैं उसे कुछ भी दिखाई नहीं देता, वह भरी सभा में निन्दनीय हरकते करता हैं नशे में धुत व्यक्ति भी अच्छाई और बुराई को नहीं देख पाता, इसीलिए वह भी अँधा होता हैं।
A born blind knows no vision, a man driven by lust is blind to consequences, an arrogant person is thoughtless and selfish person achieves his aims without caring for the fairness of the means.
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व्यक्ति स्वयं अच्छे बुरे काम करता हैं, इसलिए उसे अच्छे बुरे कर्म भी खुद भुगतने पड़ते हैं वह संसार के मोह-मायाजाल में स्वयं ही फँसता हैं और उससे मुक्त भी स्वयं ही होता हैं।
A person indulges in various acts and faces the consequences. He himself joins the rat race and finally leaves it on his own.
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राजा का यह कर्तव्य है की वह अपने राज्य में पाप-कर्म न होने दे उसका यह भी कर्तव्य है की वह अपराधियों और दुष्टो को दंड दे तथा प्रजा को पापकर्म से अलग रखे यदि वह ऐसा नहीं कर पाता तो प्रजा द्वारा किये गए पापकर्मो के लिए उसे ही दोषी ठहराया जायेगा और उसे उन पापो का फल भुगतना होगा।
A king pays for the sins of his subjects, so does for the priest for the sins of his king, so does a husband for the sins of his wife, and a guru pays for the sins of his disciple.
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जो पिता अपनी संतान पर क़र्ज़ का बोझ छोड़ जाता हैं वह संतान का शत्रु हैं इसी प्रकार दुष्ट अथवा पापकर्म में प्रवर्त माता भी अपनी संतान की शत्रु मानी जाती हैं अधिक सुन्दर स्त्री को भी चाणक्य ने पति का शत्रु माना हैं और मुर्ख पुत्र भी शत्रु के समान ही समझा जाता हैं।
An indebted father is an enemy. So are a lustful mother, foolish son, and a beautiful wife.
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लोभी व्यक्ति को धन का लालच देकर अपने वश में किया जा सकता हैं हठी पुरुष को हाथ जोड़ कर, उसके सामने नत-मस्तक होकर उसे अपने वश में किया जा सकता हैं। मुर्ख पुरुष को मन का अभिप्राय अथवा उसकी इच्छा की पूर्ति कर वश में किया जा सकता हैं परन्तु विद्वान पुरुष को स्थिति की सही जानकारी देकर ही अपने अनुकूल बनाया जा सकता हैं।
One can conquer a greedy by money, an arrogant by politeness, a fool by fooling and learned by truth.
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किसी प्रदेश में न रहना अच्छा हैं किन्तु किसी दुष्ट राजा के राज्य में रहना अच्छा नहीं हैं दुष्ट मित्रो की अपेक्षा कोई मित्र न होना अच्छा हैं। दुष्ट शिष्यों की अपेक्षा कोई शिष्य न होना अच्छा हैं, इसी प्रकार बुरी स्त्री के बजाय बिना स्त्री के रहना अच्छा हैं।
It is better to be stateless than to live in a state of ruled by wicked king. It is better to be without friend than have a deceitful friend. It is better to be without a disciple than to have lowly foolish disciple. It is better to remain unmarried than have a wife of bad character.
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दुष्ट राजा के राज्य में प्रजा कभी सुख की आशा नहीं कर सकती, दुष्ट और नीच व्यक्ति से मित्रता करने पर भी कल्याण नहीं हो सकता दुराचारिणी स्त्री को पत्नी बनाने से गृहस्थ का आनंद और सम्भोग-सुख प्राप्त नहीं हो सकता, इसी प्रकार दुष्ट व्यक्ति को शिष्य बनाया जायेगा तो उससे गुरु के यश में प्रसार नहीं होगा।
There is no happiness in a state ruled by wicked king. There is no peace from deceitful friend. There is no joy in a home of woman of bad character. There is no credit in teaching a foolish and bad disciple.
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मनुष्य को शेर और बगुले से एक-एक, गधे से तीन, मुर्गे से चार, कोए से पांच और कुत्ते से छ: गुण सीखने चाहिए।
A man must learn lessons from the following animals, one from lion, two from a crane, three from a donkey, and four from a cock, five from a crow and six from a dog.
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शेर से यह बढ़िया बात सीखे कि कार्य छोटा हो या बड़ा उसे पूरा करने के लिए पूरा सामर्थ्य लगा देना चाहिए किसी भी कार्य को महत्वहीन समझना और उसकी उपेक्षा करना अच्छी बात नहीं।
Whatever task one undertakes, be big or small, one should not leave until the task is done. A loin does not let go the prey it has grabbed until it is devoured and only carcass remains.
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बुद्धिमान व्यक्ति अपने इन्द्रियों को बगुले की तरह वश में करते हुए अपने लक्ष्य को जगह, समय और योग्यता का पूरा ध्यान रखते हुए पूर्ण करे।
A wise man must pay his undivided attention t achieving his goal. See how a crane freezes his entire body to concentrate upon the task of catching fish he has targeted.
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गधे से ये तीन बाते सीखे 1.अपने लक्ष्य की प्राप्ति और सिद्धि के लिए प्रयत्न करते रहना चाहिए 2.फल की चिंता न करें 3.सदा संतुष्ट रहे।
Learn from donkey the spirit of hard work, stoicism and never complaining.
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मुर्गे से ये चार बाते सीखे
1.सही समय पर उठ 2.नीडर बने और लढे 3.संपत्ति का रिश्तेदारों से उचित बटवारा करे 4.अपने कष्ट से अपना रोजगार प्राप्त करे।
The cock teaches four lessons. Rising early, fighting to the end, the spirit of sharing food with others like it does with hen and the brood and attacking to defend it territory and rights.
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कौवे से ये पांच बाते सीखे 1.अपनी पत्नी के साथ एकांत में प्रणय करे 2.निडरता 3.उपयोगी वस्तुओ का संचय करे 4.सभी ओर द्रष्टि घुमाये 5.दुसरो पर आसानी से विश्वास ना करे।
Make love discreetly, walk quietly, store the desirable, be vigilant, and do not put trust easily in others. These five things we must learn from crow.
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कुत्ते से ये बाते सीखे 1.बहुत भूख हो पर खाने को कुछ ना मिले या कम मिले तो भी संतोष करे 2.गाढ़ी नींद में हो तो भी क्षण में उठ जाए 3.अपने स्वामी के प्रति बेहिचक इमानदारी रखे 4.निडरता।
Learn following six things from a dog. Have good appetite, eat less than capacity to consume, sleep well, wake up at the slightest disturbance, love your master and be brave.
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जो व्यक्ति इन बीस गुणों पर अमल करेगा वह जो अपने जीवन में किसी भी स्थिति में पराजीत नहीं होगा।
Learn the twenty lessons from the animals and adopt them. The one who does that will achieve success and victory in all fields.
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- सम्पूर्ण चाणक्य नीति : तृतीय अध्याय Complete Chanakya Niti [In Hindi] Chapter 8
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Friends, चाणक्य नीति के उसी क्रम में “Chanakya quotes in hindi and English: sixth chapter” share किया हैं। आशा है आपको बहुत सी बातें सीखने को मिलेगी।
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2 Comments
bahut hi achcha collection hai.
loved it