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चाणक्य नीति Chapter 9 In Hindi

Chanakya Niti in Hindi  Chapter 9, Chanakya Success Tips

चाणक्य ने राजनीति को अर्थ दिया, कूटनीति का समावेश किया, दांव पेंच के गुर सिखाए, समाज को एक दिशा दिखाई व नागरिक को आचार संहिता दी, जिसे चाणक्य नीति के नाम से भी जाना जाता हैं। महान मौर्य वंश की संस्थापक चाणक्य का नाम राजनीती, राष्ट्रभक्ति एवं जन कार्यों के लिए इतिहास में सदैव अमर रहेगा।

Chanakya Niti : Ninth Chapter

विषयों के त्याग और सहिष्णुता, सरलता दयालुता तथा पवित्रता आदि गुणों को अपनाने से मनुष्य मोक्ष प्राप्त कर सकता हैं, मानव को दुर्गुणों का परित्याग करके गुणों-सहनशीलता, दया, क्षमा, शुद्धि आदि को अपनाना चाहिए।

Any person aiming at deliverance must quit his bad habits and addiction as if they are poison. One must consider tolerance, forgiveness, patience; kindness and trust as nectar i. e. include those qualities in life.

यदि किसी को अपने मित्र के रहस्य यानि गुप्तकार्य मालूम हैं तो उन्हें प्रकट नहीं करना चाहिए, इससे कोई लाभ नहीं केवल शत्रुता पैदा होती हैं, जिससे दोनों को हानि होती हैं।

A lowly person who reveals to others the secrets confided in him perishes like a snake does that lives in moth-hill.

यह विधि की विडम्बना हैं कि स्वर्ण में गन्ध, गन्ने में फल और चन्दन में फूल नहीं होते, इसी प्रकार विद्वान धनी नहीं होते और राजा दीर्घायु नहीं होते।

It is irony of creator that he did not fragrance to gold, fruit to sugarcane, flowers to sandalwood tree, riches to a scholar and a long life to king.

सभी औषधियों में अमृत प्रधान हैं, क्योकि इसमें सभी रोगों के समन करने की अदभुत क्षमता होती हैं सभी प्रकार के सुखो में भोजन प्रधान हैं क्योकि भूख की निवृति के बिना मनुष्य को शान्ति प्राप्त हो ही नहीं पाती, सभी इन्द्रियों- आँख, कान, नाक, जिव्ह्या आदि में नेत्र प्रधान हैं क्योकि दृष्टि के बिना तो सर्वत्र अंधकार ही अंधकार हैं तथा शरीर के सभी अंगो में सर अथार्थ चिंतनशक्ति –अंग ही प्रधान अथार्थ सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं।

Their nectar is the medicines, the best satisfaction giver is the food, the best among organs the eye and best par in a body is head.

जिन दिव्य दृष्टि वाले व्यक्तियों ने सूर्य और चंद्रमा के राहू और केतु द्वारा ग्रहण की बात कही हैं वे विद्वान हैं क्योकि इस बात तो पता लगाने आकाश में न कोई दूत गया हैं और न इस सम्बन्ध में किसी से कोई बात हुई हैं।

No spy went into the sky, no one talked about it, no one made it, there is no precedent, yet about the heavenly bodies of Sun and the Moon, a Brahman knows when they will be eclipsed. Then why is not considered a scholar?

इन सातो को जगा दे यदि ये सो जाए
1. विद्यार्थी 2. सेवक 3. पथिक 4. भूखा आदमी 5. डरा हुआ आदमी 6. खजाने का रक्षक 7. खजांची

If you find, a student, a servant, a traveler, a hungry, a storekeeper and gatekeeper sleeping, wake him up.

इन सातो को नींद से नहीं जगाना चाहिए
1. सांप 2. राजा 3. बाघ 4. डंख करने वाला कीड़ा 5. छोटा बच्चा 6. दुसरो का कुत्ता 7. मुर्ख

One must never disturb them while sleeping. They are tiger, king, child, other dog, serpent, and pig. Let them sleep.

ब्रह्मतेज की रक्षा के लिए ब्राह्मण को न तो अपना ज्ञान बेचना चाहिए और न ही नीच व्यक्ति का भोजन ग्रहण करना चाहिए, विधा का दान भी करना चाहिए न की सोदेबाजी।

One who recites holy books for wages, a Brahiman who eats food given by lowly people and snake that is not poisonous can achieve little.

जो व्यक्ति उपेक्षित होते हैं उनसे नाराज अथवा प्रसन्न होने की कोई भी व्यक्ति चिंता नहीं करता, चिंता उसी से रहती हैं जिससे हानि या लाभ हो सकता हैं।

One whose anger does not inspires anyone, pleasing who does not deliver profit, and one without authority to punish or reward is nothing, but insignificant.

सांप में विष हो अथवा न हो, उसकी फुंकार ही डराने के लिए काफी हैं यदि वह ऐसा नहीं करता तो वह लोगो के कोप का पात्र बन जाता हैं लोग उसे पत्थर मारते हैं उसकी उपेक्षा करते हैं इसी प्रकार आदमी को अपना प्रभाव स्थिर रखना चाहिए।

If a snake is non-poisonous, then too it must pretend like one with the ability to take life. (You know your weakness, not your opponent. It might fetch you a victory)

बुद्धिमान पुरुष अपने दिन का प्रातःकाल महाभारत के, मध्यान्ह काल रामायण के और रात्रि का समय श्रीमदभागवत पुराण के अध्ययन-श्रवण से सार्थक करते हैं।

Wise men spend their time reading stories of gamblers in morning (Mahabharata), of women in day (Ramayana), and of thieves at night (Gita by Shri Krishna).

प्रभु की मूर्ति को अपने हाथ से गुथी माला पहनाने से, अपने ही हाथ से घिसा चन्दन लगाने से तथा अपने हाथ से लिखे स्त्रोत्र से स्तुति करने से मनुष्य इन्द्र की सम्पदा को भी अपने वश में करने में समर्थ हो जाता हैं।

When it comes about worship then one must offer garland made by him, sandalwood paste rubbed by his own hands, and singing a self crated songs.  (Moral is that worship is a personal matter and there is no point in involving a priest in it)

गन्ना, तिल, क्षुद्र(मुर्ख व्यक्ति), स्त्री, सोना, धरती, चन्दन, दही और पान को जितना अधिक मसला जाये, उतने ही उनके गुणों में वृद्धि होती हैं।

Sugarcane, oilseeds, a person of low birth, woman, gold earth, sandalwood, and curd and better, these get better when crushed, beaten or rubbed.

धैर्य दरिद्रता का, शुद्धता वस्त्र की साधारणता का, उष्णता अन्न की क्षुद्रता का और सदाचार कुरूपता का आवरण हैं निर्धन या दरिद्र होने पर धैर्य, सस्ता परन्तु साफ़ वस्त्र, ताजा-गरम भोजन और कुरूप होने पर सदाचारी होना श्रेष्ठ हैं।

Patience for times of poverty, cleaning for dirty clothes, heat for food made of poor quality and good nature for a person of no beauty, are redeeming qualities.

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Friends, चाणक्य नीति के उसी क्रम में “Chanakya quotes in hindi and English: ninth chapter” share कर रहा हूं। आशा है आपको बहुत सी बातें सीखने को मिलेगी।

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