दुनिया के आगे अपनी गरीबी, अपनी समस्याओं का दुखड़ा रोने से (Cry in front of others) कोई फायदा नहीं, क्योकि सौ में से 90 लोग उसका केवल मज़ाक ही बनाते हैं।
यह जानना हर किसी के लिए आसान है कि दुनिया के आगे रोने से कोई फायदा नहीं हो सकता पर यह सब जानने के बाद भी इंसान अपनी परेशानियों का दुखड़ा दूसरे को सुनाते हैं और अपनी दयनीय स्थिति को प्रकट करते हैं।
वे यह भूल जाते हैं इस दुनिया में कोई किसी के दुख दर्द को कम नहीं कर सकता, यहां लोग जितना हो सके उतना नमक छिड़कने का काम करते हैं।
अतः हमें अपने दुखों को खुद ही सहन करना सीखना होगा
एक खुशनसीब जीवन जीने के लिए प्रत्येक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, यहां कोई भी दूसरे लोगों के दुखों में शामिल नहीं होना चाहता। परंतु जहां पर खुशी की बात हो हर को एक कदम आगे बढ़ने के लिए तैयार रहता है।
यह दुनिया सिर्फ मतलबी है यहां लोग अपने मतलब के लिए याद करते हैं अपने मतलब के कार्य पूरे होने पर कोई किसी को न के बराबर याद करते हैं।
जब हमें यह सब कुछ पता है तो फिर भी हम अपने दुखों को अकेले ही सहन क्यों नहीं कर पाते, हम अपने दुखों का भागीदार स्वयं क्यों नहीं बनना चाहते।
इस संसार में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का मन अलग अलग होता हैं। कुछ लोगों की खुशी चाहते हैं तो कुछ लोग अन्य लोगों की खुशियों को बर्दाश्त नहीं कर पाते।
ऐसे ही इस संसार में दो किस्म के लोग पाए जाते हैं जिनमें से कुछ लोग दिलवाले (अच्छे इन्सान) होते हैं तो कुछ लोग दिलजले (दूसरों की खुशी से ईर्ष्या रखने वाले) होते हैं।
दिलवाले हमेशा सब के सुख दुख में साथ निभाते हैं और धैर्य रखने के लिए लोगों को उत्साहित करते हैं परंतु दिलजले हमेशा अन्य लोगों की खुशियों से जलते हैं वे लोग किसी की खुशी सहन नहीं कर पाते।
इसलिए हमें अपने जीवन में अपने कार्यों को खुद करने की आदत डालनी चाहिए ना की किसी के सहारे लेकर अपने कार्यों को करना चाहिए।
जब हमें जरूरत पड़ती है तो उस वक्त कोई भी हमारा साथ नहीं देता और हम फिर लोगों के सामने रोते हुए अपने दुखों को बताते हैं।
भले ही हमें अपने दुखों को लोगों के सामने रो कर बताने में सुकून मिलता होगा। परंतु उसका कोई भी हल नहीं मिलता।
पर जब हम खाली लोगों के सामने गिड़गिड़ा कर अपनी समस्याओं को बताते हैं। तो ऐसे में हमारा वक्त भी बर्बाद होता है और हमारी समस्याएं लंबा रूप लेकर हमें अधिक समय तक परेशान करती रहती हैं।
हमें दुनिया के सामने कभी रोने की जरूरत पड़े ही ना इसलिए अपने जीवन में कुछ ऐसे नियम और आदतों को अपनाना चाहिए जिससे हम अपने कार्यों को खुद के आत्मविश्वास के साथ संपन्न कर सकें न कि किसी की सहायता की जरूरत हमें पड़े।
इसके लिए जरूरी है हमें अपने जीवन में कुछ ऐसे नियम अपनाने चाहिए जिन्हें हम आपको इस लेख में विस्तारपूर्वक बताएंग जिन्हें पढ़कर आप अपने जीवन में कभी भी दुनिया के सामने नहीं रोएंगे इसलिए आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ेंI
1. खुद पर गहरा आत्मविश्वास रखें
जब भी हम अपने जीवन में खुद पर विश्वास रखते हैं तो हम अपने प्रत्येक कार्य को स्वयं करने के हकदार बनते हैं, हमें ऐसे में किसी की भी जरूरत नहीं पड़ती कि कोई हमारी सहायता कर सकें।
हम वक्त से पहले ही अपने कार्यों को संपन्न करने की स्थिति में आ जाते हैं। खुद पर विश्वास रखने के अनेक फायदे हैं।
जिसमें से एक यह है कि हम समय को दोष नहीं देते और इस समय का सदुपयोग करने लगते हैं।
हम फालतू का टाइम किसी के साथ बर्बाद नहीं करते, न किसी के सहारे की जरूरत में उसका इंतजार करते हैं। हमारा विश्वास ही हमारा जीवन होता है।
इसलिए हमें प्रत्येक कार्य को खुद पर विश्वास रखते हुए करना चाहिए। इस प्रकार हमारी समस्याएं खत्म होने की स्थिति में आ जाती है। संसार में जो कोई भी व्यक्ति खुद पर विश्वास रखता हैं वे कभी भी दुनिया के सामने रोते हुए नजर नहीं आते।
2. अधिक से अधिक जिम्मेदारियां लें
भले ही हम अपने जीवन में अधिक जिम्मेदारियों को एक साथ हल नहीं कर पाते परंतु फिर भी जब हम जिम्मेदारियों के तले दबे रहते हैं तो हमें उसके साथ इतने अद्भुत अनुभव मिलते हैं कि हम कभी भी अपने दुखों को लोगों के सामने व्यक्त नहीं करते।
प्रत्येक वक्त अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तत्पर रहते हैं। जो कोई भी अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रत्येक वक्त प्रयत्नशील रहता है उसे कभी भी मौका नहीं मिलता है कि वह अपने दुखों को साझा कर सकें।
हमें हर वक्त प्रत्येक जिम्मेदारियों को मन से निभाना चाहिए, क्योंकि जिम्मेदारियां ही हमें हमारे वास्तविक जीवन का अनुभव कराती हैं।
इनसे ही हमें पता चलता है कि इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति किसी का साथ नहीं देता।
जैसे कई बार हम जब मुसीबत में हो और कोई काम हमें समय पर पूरा करना होता है। परंतु जब इस कठिन समय में हमारा साथ देने वाला नहीं होता।
तो इस प्रकार इंसान इस दुनिया के रंग ढंग समझ जाता है कि यहां कोई भी किसी की सहायता नहीं करता और वह यहीं से अपने कार्यों को खुद करने की जिम्मेदारी लेता है, स्वयं पर निर्भर रहता है। अर्थात जिम्मेदारियां की इस स्थिति में आप कभी भी दुनिया के सामने नहीं रोएंगे।
3. परेशानियों का सामना खुद करें
जब हम अपनी परेशानियों का सामना खुद करते हैं तो हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है, हमें कभी भी अपने दुखों को किसी के साथ शेयर करने की जरूरत नहीं पड़ती।
जब भी हम अपनी समस्याओं को लोगों के साथ साझा करने की सोचते हैं तो लोग हमारे असली जीवन की कमियां पहचान लेते हैं और वे हमारी इज्जत नहीं करते।
जब भी हम अपनी परेशानियों का सामना खुद करते हैं तो लोग हमें बाहरी रूप से संपन्न और संतुष्ट देखते हैं इसलिए वह हमारी इज्जत करने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
ऐसे और भी बहुत सारे कारण है जब हम खुद की परेशानियों का सामना करते हैं। ऐसा करने से हमें इस मानव जीवन का अनुभव भी मिल पाता है, प्रत्येक व्यक्ति का चरित्र भी हम अपनी नजरों से पहचान लेते हैं।
4. अच्छी आदतें सीखे
अच्छी आदतें ही हमारे जीवन में सबसे सर्वोपरि गुण होते हैं, एक अच्छी आदत इंसान के सारे जीवन को अच्छा बना देती है। जिन लोगों की अच्छी आदतें होती हैं वे लोग अपने कार्यों को ईमानदारी और विनम्रता से करते हैं।
ऐसे लोगों को कभी भी अपनी समस्याएं दुनिया के सामने रखने की जरूरत ही नहीं पड़ती। क्योंकि इन्हें पता रहता है प्रत्येक समस्या का हल होता है और वह हल धैर्य के साथ सबको मिलता है।
ऐसे लोग हमेशा अपनी आदतों के बल पर अपनी समस्या को धैर्य के साथ सहन करते हैं और अंत में इन्हें प्रत्येक समस्या का हल मिल पाता है। अच्छी आदतों के कारण ही लोग इस जीवन में सफल हो पाते हैं।
इन सब बातों से यही पता चलता है कि दुनिया के सामने रोने से कोई फायदा नहीं होता सिर्फ ऐसा करने से हमें नुकसान ही उठाने पड़ते हैं। जैसे-
1. खुद की बेइज्जती करना
जब भी कोई अपनी समस्याओं को दुनिया के सामने रो कर बताता है तो उस समय तो हर कोई उसकी समस्या को सुन लेता है।
परंतु सहायता करने के लिए कोई भी आगे नहीं बढ़ता, प्रत्येक व्यक्ति उसे अपनी नजरों में एक बहुत ही कमजोर और दुखी समझता है।
ऐसे में उस व्यक्ति की सहायता करने तो आगे कोई नहीं आता। परंतु वह व्यक्ति खुद सबकी नजरों में अपनी बेज्जती करवाता है।
परंतु चूंकि आत्मसम्मान सबसे बड़ी चीज होती है। अतः इसे व्यर्थ ना गवाएं दुनिया के सामने रोएं ना बल्कि खुद को मजबूत करें।
2. खुद के जीवन में अनुभव न ले पाना
जो कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में अपनी व्यक्तिगत समस्याओं को झेल नहीं पाते ऐसे लोग कभी भी जीवन का अनुभव नहीं ले पाते, वह अपनी प्रत्येक समस्या को एक बोझ समझते हैं।
उन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए उनके पास क्षमता नहीं रहती। जब अपनी समस्याओं को खुद सहन करते हैं तो हमें उन समस्याओं से कुछ ऐसे अनुभव मिलते हैं जिसके कारण हम आने वाली प्रत्येक समस्या का हर निकाल पाते हैं।
3. वक्त की बर्बादी करना
वक्त की बर्बादी करना ही सबसे मुख्य कारण है जब भी हम समस्याओं को इस प्रकार किसी के सामने रखते हैं तो हमें उस समस्या का कोई हल तो मिल नहीं पाता।
परंतु हम अपने कीमती वक्त को उनके सामने बर्बाद करते हैं वक्त की बहुत कीमत रहती है इसीलिए हमें अपनी समस्या को वक्त रहते ही खत्म करने की सोचनी चाहिए ना की किसी के सामने रख कर उसे और भी बढ़ानी चाहिए।
4. खुद को कमजोर साबित करना
वह प्रत्येक व्यक्ति खुद को कमजोर साबित करता है जो अपनी समस्याओं को स्वयं नहीं झेल पाता और दूसरे लोगों के सामने व्यक्त करता है।
ऐसे में ही व्यक्ति की कमजोरियां लोगों के सामने दिखते हैं और वे लोग उसी कमजोरी का फायदा उठाते हुए खुद आनंद लेते हैं ।
इसलिए हमें खुद को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए, ना ही अपनी कमजोरी किसी के सामने प्रदर्शित करनी चाहिए।