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गलतियां इस बात का सबूत है कि आप प्रयास कर रहे हैं।
कई बार हमें कुछ पंक्तियों का अर्थ पाठकों को समझाने के लिए ऐसी कहानियां गढ़नी पड़ती है। जो एक व्यंग के साथ लेखक के भाव को कहानी पढ़ने वालों तक पहुंचा दे।
नमस्कार आज हमारी इस कहानी में आज हम आपको एक बहुत ही सरल पंक्ति को एक सुंदर कहानी में प्रस्तुत करने जा रहे हैं। इस कहानी को हम दो मुख्य किरदारों की मदद से आप तक पहुंचाने वाले हैं।
इसलिए इस कहानी को उतने ही उत्साह और प्यार से पढ़िए जितने प्यार से आपने इस शीर्षक को पढ़ा है। आदित्य और कबीर इस कहानी के दो मुख्य किरदार हैं। इन दोनों किरदारों के बीच में ही हमारी कहानी रहने वाली हैं।
कहानी की शुरुआत एक बहुत बड़े कॉलेज के गेट सामने होती हैं। इस कॉलेज का गेट बहुत ही बड़ा था और कॉलेज का तो कहना ही क्या! वो इतना बड़ा था, जितना कोई सोच भी नहीं सकता। एक कॉलेज के हिसाब में यह कॉलेज काफी बड़ा और शानदार था। उस बड़े से कॉलेज गेट से बहुत सारे बच्चे अपने बड़े-बड़े सपने लेकर कॉलेज में आ रहे थे।
इन्हीं बच्चों में आदित्य अपनी चमचमाती फरारी में अंदर आता है। आदित्य की फरारी जितनी खूबसूरत थी उतना ही खूबसूरत वह खुद भी था। पैसे का रौब और चेहरे पर नूर होने के बाद बंदे में घमंड ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता।
आदित्य काफी घमंडी था। लेकिन घमंडी होने के साथ-साथ वह समझदार और शांत स्वभाव का लड़का था। अमीर और खूबसूरत होने के बावजूद आदित्य में कई सारे गुण थे जिनके बारे में आप आगे जानेंगे।
कॉलेज के इन्हीं स्टूडेंट्स के बीच हमारा दूसरा मुख्य किरदार कबीर है। जो अपनी साइकिल चलाते हुए कॉलेज के गेट में एंटर हो रहा था और मन ही मन कह रहा था कि यह सिर्फ कॉलेज नहीं बल्कि मेरा सपना है। और अब मैं इस सपने को जीने वाला हूं। आंखों में चमक और होठों पर मुस्कान लिए कबीर अच्छी कद काठी वाला एक हैंडसम नौजवान था।
घमंड से तो मानो कबीर का दूर-दूर तक कोई रिश्ता ही नहीं था। लोगों की मदद करना और अपने सपने के लिए जीना! ऐसा लगता था जैसे कबीर के जिंदगी के सिर्फ यही दो मकसद है।
अब यहीं से हमारी इस कहानी की असली शुरुआत होती हैं। इस बड़े से कॉलेज का नाम FITE हैं FITE पूरे इंडिया में अपनी पढ़ाई के लिए तो फेमस था ही। लेकिन साथ ही साथ ये कॉलेज Dancing के लिए भी काफी ज्यादा पॉपुलर था। इस कॉलेज में जितने भी बच्चे एडमिशन लेते थे। वे सभी एक डांसर बनने का सपना लेकर ही इस कॉलेज में आते थे।
कॉलेज का first day कितना exciting होता है, यह तो सभी कॉलेज स्टूडेंट्स जानते हैं। यहां भी कुछ ऐसा ही हाल था। मन में ढेरों सवाल लिए सभी स्टूडेंट्स क्लास में बैठे थे और टीचर के आने का इंतजार कर रहे थे।
स्टूडेंट्स को ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़ा। टीचर जल्दी क्लास लेने आ गए। टीचर ने पहले अपना इंट्रोडक्शन दिया और फिर स्टूडेंट से उनके बारे में पूछने लगे।
आदित्य से जब उसके बारे में पूछा गया तब उसने कहा कि मेरा नाम आदित्य सिंघानिया हैं और मैं इस पूरे देश का सबसे best dancer हूं।
आदित्य के जवाब में उसकी अपने कला के ऊपर विश्वास और उसके घमंड की झलक साफ दिखाई दे रही थी।
वही जब कबीर से उसके बारे में पूछा गया तो उसने बड़े ही प्यार से कहा कि मेरा नाम कबीर रॉय हैं। और मुझे डांस करना बहुत ज्यादा पसंद है। क्योंकि जब मैं डांस करता हूं तो ऐसा लगता है जैसे म्यूजिक मुझसे बात कर रही हैं। और उस म्यूजिक में बहते हुए मैं किसी और ही दुनिया में चला जाता हूं। कबीर का यह जवाब सुनकर ना सिर्फ टीचर बल्कि क्लास के दूसरे बच्चे भी काफी खुश हो जाते हैं।
इस तरह से पूरा क्लास अपना इंट्रोडक्शन देता है और कॉलेज में अपनी जर्नी की शुरुआत करता है। पढ़ते-पढ़ते और हंसी मजाक करते हुए कॉलेज का 1 सप्ताह ऐसे ही बीत जाता है। और फिर शनिवार और रविवार का वो दिन आता है जब कॉलेज में डांस ट्रेनिंग दी जाने वाली है।
सभी बच्चे इस डांस ट्रेनिंग के लिए बहुत ही ज्यादा excited थे और सभी कॉलेज के एक बड़े से डांसिंग हॉल में इकट्ठा हुए थे। क्लास शुरू होने से पहले सभी अपने अपने डांसिंग स्किल्स अंडरग्राउंड डांसर के तरह एक-एक करके दिखा रहे थे।
सभी को ऐसे डांस करते देखते हुए आदित्य भीड़ में से जिमनास्टिक करते हुए सबके बीच में आता है और म्यूजिक के धुन में बहुत ही कमाल का डांस दिखाता है। आदित्य के डांस को देखकर सभी आश्चर्य के साथ चिल्लाने लगते हैं और अपनी खुशी एक्सप्रेस करने लगते हैं।
जब आदित्य का डांस खत्म होता है तब सभी स्टूडेंट्स उसे कहने लगते हैं कि Wow 😲 आप तो कमाल का डांस करते हैं।
लड़कियां तो जोश में आकर चिल्लाने लगती है और कहती हैं कि Oh! Aditya you are so perfect…. You are an amazing dancer.
आदित्य अपनी तारीफ सुनकर खुश हो जाता है और उसके चेहरे पर एक अलग ही चमक आ जाती हैं। वहीं दूसरी तरफ कबीर अपने डांस से कुछ मूव दिखाना शुरू करता है। कबीर के कंटेंपरेरी डांस को देखकर सभी लोग उसे बस देखते रह जाते हैं और डांस के दौरान कबीर एक नया मुव ट्राई करता है। जिसे वह काफी समय से करना चाहता था।
लेकिन बैलेंस बिगड़ने की वजह से कबीर वहीं गिर जाता है। वैसे तो सभी लोग गिरने के बाद भी कबीर की तारीफ करते हैं कि उसने कितना अच्छा सोलो परफारमेंस दिखाया।
लेकिन वही आदित्य औरों से अपनी असहमति जताते हुए कहता है कि तुम इसे डांस कहते हो! डांस के कुछ मुव सीख लेने से कोई अच्छा डांसर नहीं बन जाता। डांसिंग सिर्फ एक स्किल नहीं बल्कि एक हुनर है।
जो सिर्फ कुछ लोगों को ही मिलती हैं। आदित्य की बात पर सहमत होते हुए कबीर कहता है कि हां डांस एक बहुत ही खूबसूरत हुनर है। लेकिन यह भी सच है कि कोई भी अपनी कड़ी मेहनत से डांस में महारत हासिल कर सकता हैं।
यहीं से हमें दो कमाल के डांसर्स की अलग-अलग सोच देखने को मिलती हैं और इनके competition व झगड़े की कहानी यहीं से शुरू होती हैं।
देखते ही देखते कई महीने बीत जाते हैं और पहला semester खत्म हो जाता है। दूसरे semester की शुरुआत में कॉलेज में बाहर से कुछ लोग आते हैं और कॉलेज में dance competition announce करते हैं। यह न्यूज़ सुनकर सभी लोग बहुत ज्यादा excited हो जाते हैं और competition जीतने के लिए प्लानिंग करने में लग जाते हैं। आदित्य और कबीर भी अपने अपने दोस्तों के साथ इस competition के बारे में बात कर रहे होते हैं।
आदित्य कहता है कि इसमें सोचने वाली कोई बात ही नहीं है यह competition तो मैं ही जीतने वाला हूं। वही कबीर अपने दोस्तों से कहता है कि देख तू पूरे दिल से डांस करें और इस competition को इंजॉय कर! अगर तू अपने पूरे दिल से डांस करेगा तो तू जरूर जीतेगा।
डांस में moves जितने जरूरी होते हैं उतना ही जरूरी डांस में इमोशन भी होता है। ऐसे ही सभी स्टूडेंट्स आपस में बात करते रहते हैं और उनकी बातचीत यहीं पर खत्म होती हैं।
चर्चा के बाद सभी स्टूडेंट्स अपने अपनी क्लास में वापस चले जाते हैं। यह competition ठीक 1 महीने बाद होने वाला था। और सभी स्टूडेंट्स इस competition में भाग लेने वाले थे क्योंकि यह competition सभी के लिए एक सपने जैसा था और सभी अपने सपने को पूरा करना चाहते थे।
सभी स्टूडेंट जी तोड़ मेहनत करने लगे और पूरी मेहनत और लगन से डांस competition की तैयारी करने लगे। कबीर भी अपने डांस को बेहतर करने के लिए अलग-अलग तरह के डांस स्टाइल प्रैक्टिस करने लगा और म्यूजिक की धुन में एक जादूगर की तरह अपने डांस का जादू सभी जगह फैला रहा था। कई बार कबीर नए-नए dance move करने में सफल हो जाता तो कई बार वो बुरी तरह से गिर जाता था।
उसकी प्रैक्टिस ऐसे गिरते संभलते हो रही थी। वही आदित्य बिना किसी टेंशन के अपने पुराने moves की प्रैक्टिस कर रहा था और उसे ही बेहतर बनाने की कोशिश कर रहा था। आदित्य ने कोई नये dance style की प्रैक्टिस नहीं की क्योंकि उसे अपने डांस पर पूरा विश्वास था।
और अब वह दिन आ गया था जिसका सभी को इंतजार था मतलब कि वो Dance competition वाला दिन। सभी लोग एक के बाद एक डांस दिखा रहे थे। कुछ लोगों के बाद आदित्य का भी नंबर आया उसने भी बहुत ही अच्छा डांस दिखाया।
सभी स्टूडेंट एक के बाद अपने डांस से लोगों का दिल जीत रहे थे। और फिर कबीर का नंबर आया। जैसे ही म्यूजिक चालू हुआ। वैसे ही कबीर के पांव अपने आप ही म्यूजिक में बहने लगे और ऐसा लग रहा था जैसे लोग कोई डांस नहीं बल्कि एक बहुत ही खूबसूरत जादू देख रहे हैं।
जैसे ही कबीर का डांस खत्म होता है वैसे ही सभी लोग खड़े होकर उसके लिए जोर जोर से तालियां बजाने लगते हैं। फिर बारी आती है रिजल्ट की और जब रिजल्ट सुनाया जाता है तो सभी लोग हैरान हो जाते हैं। क्योंकि ज्यादातर स्टूडेंट्स को यही लग रहा था कि इस competition का विनर आदित्य सिंघानिया होने वाला है। लेकिन रिजल्ट के अनुसार इस competition का विनर कबीर रॉय था।
जज कबीर को ट्रॉफी देते हुए कहते हैं कि तुमने आज सिर्फ डांस ही नहीं दिखाया बल्कि तुमने कई अलग-अलग तरह के डांस स्टाइल भी दिखाएं। जिसे करने में तुम्हें कितनी मेहनत लगी होगी वह सिर्फ तुम ही जानते हो। डांस स्टाइल को सीखते समय तुमसे कई बार गलतियां भी हुई होंगी।
लेकिन फिर भी तुमने रिक्स लिया और इतने बड़े competition में बेहतरीन डांस प्रदर्शन किया। इस तरह सभी स्टूडेंट्स में कबीर अपना सपना पूरा कर लेता है और आदित्य बस उसका मुंह देखता ही रह जाता है।
इस तरह हम इस कहानी में देखते हैं कि कबीर ने डांस करते समय कई सारी गलतियां की और हमेशा कुछ नया सीखने की कोशिश करता रहा। जिसके वजह से उसे अंत में बहुत अच्छा रिजल्ट भी मिला।
Moral – आप यदि जीवन में कुछ बेहतर, विशेष करते हैं तो चुनौतियां आती हैं, उनसे घबराएं नहीं अपितु उनका सामना करें, फिर चाहे अनेकों बार गलती ही क्यों न हो, क्योंकि कहते हैं न गलतियां इस बात का सबूत है कि आप प्रयास कर रहे हैं।