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Hindi kahani ~ माँ का प्यार

Maan Ka Pyar- Hindi Kahani

बचपन से ही रोहित को एक साइकिलेस्ट बनने का भूत सवार था। वह जब भी अपने घर के बाहर देखा करता या शाम को अपनी छोटी सी साइकिल लेकर जाता और अपने घर से बाहर निकलता तो सड़क पर रहने वाले बच्चे या फिर लोगों के घरों में जो काम करने आते थे उनके बच्चे साइकिल पर करतब करते हुए दिखाई देते।

रोहित की मां उन बच्चों से हमेशा रोहित को दूर रखने की कोशिश करती और घर का दरवाजा बंद कर दिया करती थी। रोहित की मां को लगता था कि कहीं रोहित इनकी तरफ आकर्षित ना हो जाए।

रोहित की मां ने रोहित को ग्लब्स ला कर दिए, हेलमेट और पैड लाकर भी उसकी मां ने रोहित को दे दिए थे।

लेकिन जब भी रोहित अपनी साइकिल लेकर बाहर निकला करता तो न जाने कैसे वह अपने चेहरे पर अपने घुटने पर अपनी कोहनी पर खरोच लगा कर घर में आया करता।

और मां का दिल यह चोट को देखकर छलनी हो जाया करता, जैसे हर मां का दिल होता है।

एक शाम रोहित ने अपने घर के बाहर सड़क पर रहने वाले एक बच्चे को साइकिल पर स्टंट करते हुए देखा वह थोड़ा बड़ा हो चोंक गया, और उसका मुंह खुल का खुल रह गया।

रोहित पता था कि जीवन में मुझे यही करना है तो वह घर से बाहर निकल कर उस साइकिल पर स्टंट करते लड़के से कहने लगा कि प्लीज मुझे यह स्टंट सिखा दो।

अब रोहित बड़ा होने लगा था। तो वह अपनो मनमर्जी करने लगा था। फिर क्या था, रोहित बस सिर्फ़ या तो नहाने और खाना खाने के लिए या फिर सोने के लिए अपने घर आता।

रोहित की मां जब भी रोहित से कुछ सवाल पूछती तो वह हां या ना में जवाब देकर गुस्सा होकर सो जाया करता।

रोहित अब 18 साल का हो चुका था और उसने हमेशा हमेशा के लिए अपने घर को छोड़ दिया और उसके बाद 12 सालों तक पूरे देश में जहां कहीं भी साइकल इवेंट्स होते उस में पार्टिसिपेट करने लगा, मां को फोन तो करता लेकिन मां से यह कहता कि मां मुझे आजाद रहने दो, मैं इसी में अपनी लाइफ को अचीव करना चाहता हूं।

फोन पर जब मां चिंता करती या फिर कोई सवाल पूछती तो वह फिर माँ से शॉर्ट में बात करता और फिर फोन डिस्कनेक्ट कर देता। रोहित ने 18 साल की उम्र में घर छोड़ा था 12 साल उसने अपनी साइकिलिंग में दे दी। तो उसका उम्र लगभग अब 30 साल का हो चुकी थी।

अलग ही शहर में नौकरी करते हुए रोहित के पास खबर आई कि मां को ब्रेन कैंसर है तब तुरंत ही रोहित घर आया। कीमोथेरेपी की ट्रीटमेंट के लिए रोहित सपोर्ट करने के लिए अपनी मां के साथ गया और ट्रीटमेंट करवा कर जब वे दोनों घर पहुंचे, तब जब मां सो रही थी, जब रोहित की नजर मां के ड्रोज पर पड़ी तो उसने देखा कि उसमें बहुत सारी मैगजीन रखी हुई थी और हर एक मैगजीन में रोहित ने जो 12 साल में अजीब किया था, वह सारी फोटोग्राफ्स थी।

रोहित ने हर एक फोटो में अपने अलग-अलग स्टंट करते हुए देखा। रोहित चौक गया था कि मां यह सब फोटो कैसे देख पाई होगी, मैंने जो इतने खतरनाक स्टंट किए हैं कैसे देख पाई होगी, इन फोटो को वैसे भी मां इतनी ज्यादा घवराती और डरती है।

इन फोटो को देखकर क्या हुआ होगा मां के दिल को, यह सोचते हुए वह वहां खड़ा रहा।

तभी मां की आंखें खुली और उन्होंने अपने बेटे से कहा कि बेटा तुम इन फोटो को रख दो, मैंने तुम्हारे लिए इन्हें कलेक्ट कर के रखा है तुमने तो कभी बताया नहीं लेकिन मैंने अपने आप ही ढूंढ लिया।

रोहित कीमोथेरेपी का सेशन खत्म करके और मां का अच्छी तरह से इलाज करवा कि वह अपने शहर वापस आ चुका था। जहां उसकी नौकरी और उसके बाइक स्टंट उसकी राह देख रहे थे।

और एक सुबह खबर आई की मां चल बसी तब रोहित अपने किचन में बैठे-बैठे फूट-फूट कर रोने लगा, रोहित को बहुत ही घुटन महसूस होने लगी वह अपनी बाइक लेकर सड़कों पर निकल गया और साइकिल चलाते हुए खूब रोया।

लाइफ कुछ आगे बढ़ी, सालों से जिस लड़की को वह डेट कर रहा था, उससे शादी हुई और 1 साल में उनके घर पर बच्चा पैदा हो गया। रोहित अपने बेटे को लेकर लॉन्ग वॉक के लिए निकला करता था, रोहित को ऐसा लगता मानो पूरी दुनिया उसके बच्चे को भी चोट पहुंचाने के लिए खड़ी हुई है।

अगर कोई अनजान इंसान उसके बच्चे की ओर देख भी लेता तो उसे लगता कि वह किडनैपर है। उस बच्चे को जब वैक्सीनेशन का इंजेक्शन लगना होता तो उसका दर्द सबसे पहले रोहित को होता।

एक बार एक पार्क में रोहित ने एक मासूम से कुत्ते के बच्चे को इसलिए लात मार दी कि कहीं यह कुत्ते का बच्चा मेरे छोटे से बच्चे को काट ना ले। यह सब रोहित के दिमाग में बच्चे के सुखद जीवन के लिए उसके दिमाग में चला करता था।

एक सुबह जब रोहित का छोटा सा नन्ना मुन्ना बच्चा टेबल से गिर पड़ा तब रोहित को विचार आया कि जब मां ने मैगजीन में मेरी वह फोटो देखी होंगी तो उनके दिल पर क्या बीती होगी।

अब रोहित को पिता बनना सबसे डरावना एक्सपीरियंस हो चुका था उसे एहसास हो गया था कि जब मैं यह सब स्टंट कर रहा था तो मां के दिल और दिमाग पर कितना दर्द होता रहा होगा।

Moral ज्ञान

एक बच्चा जब पैदा होता है तो इंसान को डरपोक बना देता है वह कहना चाहता था वह सोच रहा था कि मां को कैसे कहूं कि मैं गलत था, हमेशा मां हमसे कहती है जब खुद मां-बाप बनोगे तब पता चलेगा।

Moral Quotes

माता-पिता से बढ़कर और कोई इस दुनिया में भगवान नहीं हैं उन कर्ज कभी चुका पाऊं मैं इतना भी धनवान नहीं।

दोस्तों तो पोस्ट यह आपको कैसी लगी प्लीज कमेंट में बताएं।

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