आपका खुश रहना ही आपका बुरा चाहने वालो के लिए सबसे बड़ी सजा है [How to keep happiness with you all the time?]
हमेशा खुश कैसे रहे? खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए? आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम इतने उलझ गए है हमारी खुशी मानो गायब सी हो गई है। इस दुनिया में हर व्यक्ति खुश रहना चाहता है। कोई भी काम वह इसलिए करता है, ताकि उसे उस काम से खुशी मिल सके।
बहुत से ऐसे लोग होते है, जो अपनी समस्याओं के आगे रोते रहते है, उनको हल करने के बजाय वे इसका दोष भगवान या दूसरे लोगों को देते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते है, जो जीवन के हर पल का आनंद लेते है।
खुशी कहीं बाहर नहीं होती है, वह तो आपके अंदर ही है। आपको बस उसे समझना है। आप जिस प्रॉब्लम के लिए दुखी हो रहे हो, थोड़ा सा नज़रिया बदल कर देखिए, आप देखेंगे कि वो प्रॉब्लम नहीं अवसर है।
ज्यादातर लोग आपको दुखी ही देखना चाहते है। केवल आपके मां-बाप ही आपके लिए अच्छा सोचते है। आपको कभी भी अपनी समस्याओं को बड़ा नहीं बनने देना है, चाहे समस्या कैसी भी हो, आपको बस उसके हल बारे सोचना है।
आपको जीवन के हर पल को जीना चाहिए, किसने क्या कहा,क्यों कहा, इन बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देना है और अपनी खुशी को एक कारण जरूर दे। याद रखिए आपका खुश रहना ही आपका बुरा चाहने वालो के लिए सबसे बड़ी सजा है।
आज की इस पोस्ट में हम खुश कैसे रहे? के बारे में चर्चा करेंगे और जानेंगे की खुशी क्या होती है? What is Happiness], खुशी के प्रकार [Types of Happiness] अकेले मे खुश कैसे रहे?[How to be Happy Alone?], खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए?[How to be Happy in Life?] आदि बातों को समझेंगे। तो आइए बिना समय बर्बाद किए, शुरू करते है
- खुशी क्या होती है? [What is Happiness?]
- खुश रहने के फायदे [Benefit of Happiness]
- अकेले में खुश कैसे रहे? [How to be Happy Alone?]
- खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए? [How to be Happy in Life?]
- आत्मनिर्भर बनो [Be self-dependent]
- अपना करियर खुद चुनो [Choose your career yourself]
- जरूरतमंद लोगों की मदद करना [Helping the needy people]
- अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना [Take care of your health]
- वर्तमान में जीना [Live in present]
खुशी क्या होती है? [What is Happiness]
खुशी मन की एक भावना होती है, जिस तरह डर, दुख, तनाव, प्रेम, ईर्ष्या, पॉजिटिव और नेगेटिव विचार होते है, ठीक उसी तरह खुशी होती है। खुशी एक ऐसा शब्द होता है, जिसके कारण व्यक्ति के अंदर उत्साह, संतोष, पूर्ति और सकारात्मक भाव उत्पन्न होता है।
हम जिन चीजों के प्रति ज्यादा आकर्षित होते है, वे चीज़े मिलने के बाद हम खुश होते है। लेकिन कुछ समय बाद हम उस चीज से भी बोर हो जाते है और एक नई चीज को ढूंढ़ते है। यह असली खुशी नहीं है, यह केवल कुछ समय के लिए होती है।
हम ज़िन्दगी में जो भी कर रहे है, वो खुशी पाने के लिए करते है। दुनिया में 99 प्रतिशत लोगों को ये लगता है कि जब उन्हें वो चीज मिल जाएगी, जिसे वो पाना चाहते है, तो वो खुश होंगे। जैसे, जब तक पैसा नहीं है, तब तक पैसा ही प्रॉब्लम है, पैसा मिलने के बाद कुछ और पाने का मन करेगा। यह चक्र जीवन भर चलता ही रहेगा। खुशी आपके कल में नहीं है, बल्कि खुशी आज में है, अभी में है।
इसलिए खुशी को बाहर ढूंढ़ना बंद करे और अपने अंदर खुशी को तरासे।
खुश रहने के फायदे [Benefit of Happiness]
हमारे जीवन का सबसे अच्छा पल वो होता है, जिसमे हम खुश होते है। खुश रहने के बहुत से फायदे होते है। विज्ञान की माने तो खुश रहने से हम कई तरह की बीमारियों से बच सकते है।
खुश रहने से हमारा तनाव खत्म होता है। हमारी खुशी दिमाग के द्वारा कंट्रोल होती है। जब हम खुश होते है, तो दिमाग डोपामाइन हार्मोन निकालता है, जिससे हमें अच्छा महसूस होता है और तनाव काफी हद तक कम हो जाता है।
खुश रहने के कारण हमारे शरीर का हर एक अंग अच्छे से काम करता है। पाचन तंत्र मजबूत होता है, जिससे शरीर को रोगों से लड़ने में शक्ति मिलती है।
खुश रहने के कारण हृदय की धड़कन सामान्य रहती है। डॉक्टरों का मानना है, खुशी सबसे दवा और सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। खुशमिजाज व्यक्ति हमेशा स्वस्थ रहता है।
खुश रहने से आप अपने आप को लोगों के सामने बेहतर प्रदर्शित कर पाते है। खुशमिजाज होने के कारण हर कोई आपसे बात करना चाहता है। खुश रहने से आपके चेहरे पर निखार आता है, आपका दिमाग अच्छे से कार्य करता है और आप सही-गलत में फैसला कर पाते है।
खुशी से किया गया काम आपको सफलता दिलाता है। खुश होकर आप कोई भी काम करते हो, तो उस काम के पूरा होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। आपका मन भी काम में लगा रहता है।
इसलिए अपने आप को हमेशा खुश रखिए।
अकेले में खुश कैसे रहे? [How to be Happy Alone?]
क्या हम अकेले भी खुश रह सकते है? अकेला मतलब, ना आपके पास कोई व्यक्ति हो और ना कोई चीज, यहां तक आपका मोबाइल-फोन भी नहीं। आज हम सिर्फ नाम के लिए ही लोगों से जुड़े हुए है या खुश होने का दिखावा करते है, लेकिन अंदर से हम बहुत अकेले होते जा रहे है। हमारी असली खुशी गायब सी हो गई है।
याद कीजिए जब आप बच्चे थे, तो अकेले ही खेल लिया करते थे और अकेले में भी बहुत खुश रहते थे। वो हमारी असली खुशी थी, उसमें किसी प्रकार का कोई स्वार्थ नहीं था। लेकिन आज हमने अपने आप को प्रॉब्लम्स और हालातों के एक सीमित दायरे में बांध लिया है और इसी को खुशी समझते है। यह हमारे अंदर की नहीं बल्कि बाहरी खुशी है। हमारे अंदर एक खालीपन है, हमें उसे भरना होगा।
इसे समझने के लिए आप किसी एकांत जगह पर जाकर बैठ जाइए, जहां कोई ना हो, आपका मोबाइल भी नहीं। 1 घंटे तक वहां बैठे रहिए, आप देखेंगे कि आपका दिमाग वहां से उठने के लिए बार-बार बहाने बनाएगा, आप बोर हो जाओगे, बार-बार आपको अपने मोबाइल की याद आएगी। इसी को अकेलेपन कहते है। अगर आप खुद के साथ अकेले खुश रहना सीख गए, तो आप किसी के साथ भी खुश रह सकते है।
इसके लिए आपको अपने आप को समझना होगा, वास्तविकता को देखना होगा, आपके आस-पास क्या चल रहा है, आपके दिमाग में क्या चल रहा है, उन्हें Observed करना होगा।
हमे लगता है कि हमें लोगो से, प्रकृति से जुड़ना चाहिए जबकि हम पहले से ही इनसे जुड़े हुए है। जो इनसे जुड़ा है, वो खुश है। इस जुड़ने को ही योग कहते है।
आपको अकेले में बैठ कर देखना होगा कि प्रॉब्लम कहा है, आपको समझ आएगा कि जिसे मै प्रॉब्लम मान बैठा हूं, वो असलियत में कुछ और है। लोगो को समझे, अपनी खुशी का कारण ढूंढे। धीरे-धीरे आप अपने आप को समझने लगेंगे, इस तरह आप अकेले में भी खुश रह सकते हो।
खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए? [How to be Happy in Life?]
खुश रहना हमारे जीवन के लिए कितना जरूरी है, यह तो हमने समझ लिया, लेकिन खुश कैसे रहा जाए?
खुशी पाने का कोई तंत्र या टोटका नहीं होता है। खुशी हमारे मन से उत्पन्न होती है। अगर आप यही सोचते रहे कि खुश कैसे रहा जाए? तो आप खुश नहीं रह पाएंगे, खुश रहने के लिए आपको अपने जीवन में कुछ बदलाव करने होंगे। तो आइए जानते है, खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए?
१. आत्मनिर्भर बनो [Be self-dependent]
जब आप किसी ओर पर निर्भर हो जाते हो, तो आपने अपने जीवन का कंट्रोल उसके हाथ में दे दिया है। अब वह इंसान जिस तरह आपको चलाएगा, आपको चलना पड़ेगा। आपकी खुशी, आपके Emotions सब उसके हाथ में होंगे। आप सिर्फ एक कठपुतली बनकर रह जाओगे। इसलिए वक्त रहते, अपने आप को आत्मनिर्भर बनाओ।
खुद मेहनत करो, जिम्मेदारियां उठाओ और अपने फैसले खुद लो। लोगों से उम्मीद लगाना छोड़ दो, क्योंकि उम्मीद सिर्फ दुख देती है। अगर उम्मीद करनी ही है, तो अपने आप से करो। आत्मनिर्भरता आपको एक आजाद जीवन देती है और जो आजाद है, वहीं तो खुश है।
२. अपना करियर खुद चुनो [Choose your career yourself]
अगर आप किसी ओर के फैसले पर गलत करियर चुन लेते हो, तो जिंदगी भर आपको पछताना ही पड़ेगा। आप सोचेंगे कि मैंने ये कर लिया होता, तो अच्छा होता। इसलिए अपने रास्ते खुद चुनिए। हम ज़िन्दगी का आधा समय अपने काम को देते है, अगर काम में ही खुशी ना मिली, तो जीवन में खुश कैसे रह पाएंगे। इसलिए अपने passion को ढूंढिए और अपने पसंद के काम पर मेहनत कीजिए, आप खुश रहेंगे।
३. जरूरतमंद लोगों की मदद करना [Helping the needy people]
आपने महसूस किया होगा कि जब आप किसी की मदद करते हो, तो आपको दिल से खुशी मिलती है। यह वास्तविक खुशी होती है। खुशी का सम्बन्ध पैसों से, या आरामदायक जीवन से नहीं है, बल्कि जरूरतमंद लोगों की मदद करने में है। अपनी खुशियों को लोगों के साथ बांटना सीखो, यह अच्छे इंसान की पहचान होती है। इसलिए जब भी कभी मौका मिले, तो लोगो की मदद जरूर करें, आपको खुशी जरूर मिलेगी।
४. अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना [Take care of your health]
कहते है कि ‘पहला सुख, निरोगी काया’ अर्थात स्वस्थ शरीर ही जीवन का असली सुख है। आपके पास चाहे जितना पैसा हो, गाड़ी हो, अगर स्वास्थ्य ठीक नहीं है, तो आप खुश नहीं रहेंगे। खराब स्वास्थ्य के कारण आपका कहीं मन नहीं लगेगा। इसलिए स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है। इसके लिए आप अच्छा खाना खाए, एक्सरसाइज करें, योग करें और अपने शरीर को तंदुरुस्त रखे।
५. वर्तमान में जीना [Live in present]
कुछ लोग अपने भविष्य के बारे में बहुत ज्यादा सोचते है और परेशान रहते है, तो कुछ अपने बीते कल की बुरी यादों को भुला नहीं पाते है। इन दोनों ही परिस्थिति में व्यक्ति खुश नहीं रहता है। अगर आप केवल अपने वर्तमान के बारे में सोचें, तो आप वर्तमान के साथ साथ भविष्य को भी सुधार पाएंगे। वर्तमान में जीने को ही मेडिटेशन कहते है।
अपने जीवन में क्या चल रहा है, हम किस तरह के विचार रखते है, जीवन का उद्देश्य क्या है, हमें इन बातों को समझना चाहिए और यह तभी संभव होगा, जब हम Past और Future की छोड़ Present के बारे में सोचेंगे। खुशी केवल सोचने से नहीं, बल्कि जीवन में कुछ अच्छा हासिल करने से मिलती है।
आशा करता हूं कि आपको यह लेख, आपका खुश रहना ही आपका बुरा चाहने वालो के लिए सबसे बड़ी सजा है [How to be Happy all the time?] अच्छा लगा होगा।
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