जीवन नाम तो बहुत छोटा है परंतु इसका महत्व इतना बड़ा है कि इसे हर कोई समझ नहीं पाता और जो समझ जाता है वही अपने जीवन में सफल भी होता है अर्थात सफलता का राज ही जीवन के महत्व को समझना है।
लोग अपने जीवन में छोटे-मोटे कार्यों को यूंही कल पर टाल देते हैं। उन्हें शायद खुद पर इतना यकीन होता होगा कि वे लोग कल भी जिंदा रहेंगे और अपने बचे हुए कार्यों को पूरा करेंगे शायद इसीलिए वे अपने कार्यों को छोड़कर आने वाले कल में डाल देते हैं।
पूछे जाने पर हर किसी का यही जवाब मिलता है, कि वह अपने शेष बचे हुए कार्य को कल करेगा। इसका सीधा सा मतलब यह है कि उन्हें जीवन का ज्ञान और वक्त का महत्व पता ही नहीं है।
अपनी आरामदायक स्थिति में किसी प्रकार की कोई बाधा ना आए इसलिए उनके मुंह से यह शब्द निकल आता है।
ज्यादातर लोग जो अपने कार्य को कल पर टाल देते हैं। उस कार्य को कभी कर ही नहीं पाते।
अर्थात लोग जिस कार्य को नहीं करते वे उस कार्य को कल करने के लिए बोलते हैं। वास्तविक जीवन में कल कभी आता ही नहीं, मनुष्य आज में जीता है और कल्पना करके अपने कार्यों को कल में छोड़ देता है।
कहा जाता है कि जीवन न तो बीते कल में था और कि वह आने वाले कल में होगा। वह आज में है और न जाने कब तक है।
एक इंसान का जीवन मात्र पल भर का है क्योंकि वह हमेशा ही वर्तमान को अपना समझ सकता है, बीता हुआ वक्त वापस नहीं आ सकता और आने वाला वक्त हमारा नहीं हो सकता।
यह किसी को भी पता नहीं रहता कि आने वाले वक्त में हम कब तक जीवित रहेंगे क्या हम अपनी मंजिल पर पहुंच पाएंगे। लेकिन बहुत सारे लोग अपनी मंजिल में पहुंचने तक किसी भी बात से नहीं डरते। वे बेफिक्री से अपनी मंजिल की ओर कदम से कदम बढ़ाए जाते हैं ।
जिस इंसान को यह पता चल जायेगा कि आने वाला कल भी उसी का है तो वह अपने जीवन में सबसे ज्ञानी हो जाएगा ।क्योंकि फिर वह अपने कार्यों को आने वाले कल में भी बांट देगा ।
लेकिन हम एक साधारण मनुष्य हैं हमें अपने आने वाले कल का कोई अनुमान नहीं होता भले ही आने वाला कल हमारा होगा परंतु हम उसे अपना नहीं समझ सकते।
आने वाला कल हमारे लिए सिर्फ एक कल्पना है, क्योंकि वास्तव में कल होता ही नहीं, जो आने वाला कल होता है, जब हम उस में आ जाते हैं तो वह हमारे लिए आज बन जाता है।
हम आज में जी रहे होते हैं तो हम आज किए गए कार्यों को ही अपना समझेंगे क्योंकि हम भले ही बीते हुए कल को कल कह सकते हैं परंतु आने वाले कल को कल कहना उचित नहीं रहता।
मानव अपने कार्यों को जितनी जल्दी करते हैं उन्हें उतना ही आराम भी प्राप्त होता है क्योंकि जब भी हम अपने कार्यों को कल में छोड़ते हैं। तो उस कल को आज बनने तक जितना समय बीच में रहता है, इस दौरान हमारे दिमाग में उस कार्य के प्रति बहुत सारे विचार उठते रहते हैं।
जिसके कारण हम ना चैन से सो पाते हैं और न चैन से कोई अन्य कार्य कर पाते हैं।
बस एक छोटे से कार्य को कल में छोड़ने के कारण इतनी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए कभी भी अपने कार्यों को कल में नहीं छोड़ना चाहिए। भले ही पूरे ना हो सके लेकिन जितना हो सके उतना कर लेना चाहिए।
हम अपने कार्यों को छोड़कर उन्हें बाद में करने की सोचते हैं तो हम उन्हें बाद में नही कर पाते हैं। इसलिए वक्त रहते हमें अपने सभी कार्यों को समाप्त करने का लक्ष्य रखना चाहिए।
न जाने यहां कल तक कितनी जिम्मेदारियां और भी हमारे ऊपर आ जाए। इसलिए यह सोचते हुए कि कल हमारा है ही नहीं हमें अपने कार्य समाप्त कर लेने चाहिए।
जब भी हम अपने कार्यों को समाप्त कर लेते हैं तो हमें बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है। फिर हम इसकी सहायता से अन्य कार्यों को भी आसानी से कर पाते हैं।
हमें अपने जीवन को सिर्फ आज में चलायमान रखना चाहिए न कि आने वाले कल में।
बहुत लोग दुकानों में से सामान खरीदते वक्त यह तो पता कर लेते हैं कि यह सामान कितने दिन तक टिकेगा इस सामान की क्या गारंटी है यह खराब होगा, तो वापस हो जाएगा या नहीं ?
ऐसी बहुत सारी चीजें तो इंसान वक्त रहते ही पूछ लेता है परंतु उसे कभी खुद की गारंटी नहीं होती और वह अपने बारे में शायद ही इतना सोचता होगा कि मैं कितने दिन तक जिऊंगा, वह हमेशा ही बेफिक्री से अपना जीवन यापन करता है।
मगन मस्त होकर अपने कार्यों को आने वाले कल में डाल देता है।
वह अपने बारे में कभी इतना सोचता ही नहीं कि वह कल जी पाएगा या फिर नहीं यही गलती करते हुए लाखों लोग अपने कल पर डाले गए कार्यों को हमेशा के लिए कल ही बना देते हैं।
परंतु एक सच्चा इंसान जिसे अपने जीवन का ज्ञान होता है वह कभी भी वक्त का दुरुपयोग नहीं करता।
पहले ही वह अपने कार्यों को करने के लिए कुछ समय लेता है। परंतु वह वक्त को बर्बाद नहीं होने देता हमें भी ऐसा ही बनना है,और हमेशा ही वक्त की इज्जत करनी चाहिए ।
एक समय की बात है। एक बहुत ही बुढा आदमी एक दुकान में घड़ी खरीदने जाता है वह दुकानदार से यह तो पूछता है कि- यह घड़ी का रेट कितना है? यह कितने समय तक चलेगी? और इसकी गारंटी कितनी है?
दुकानदार उस बूढ़े व्यक्ति को घड़ी का रेट भी और यह कितनी चलेगी और उसकी गारंटी सब बता देता है। परंतु वह व्यक्ति जब सीढ़ियों से नीचे उतरता है तो उसका पैर फिसल जाता है।
जिस कारण उसके सिर पर बहुत बड़ी चोट लगती है और अस्पताल पहुंचने से पहले ही वह दम तोड़ देता हैं।
उस व्यक्ति ने घड़ी की गारंटी तो पूछ ली परंतु उसे अपनी कुछ भी गारंटी नहीं थी शायद उसे अपनी गारंटी होती तो वह उन सीढ़ियों में संभल कर चलता।
इसलिए हमें कभी भी किसी भी चीज का लोभ लालच नहीं करना चाहिए क्योंकि हमें खुद की गारंटी होती ही नहीं तो इन सभी चीजों का लोभ लालच करने से क्या फायदा,इस से अच्छा है कि जब तुम्हारी उपयोग की चीज खराब या नष्ट हो जाती है और तुम्हें जरूरत पड़ती है, उस वक्त अपने उपयोग के लिए नई चीज खरीदनी चाहिए ।
हम आज आपको एक छोटी सी कहानी का उदाहरण देकर बताएंगे कि किस प्रकार कुछ लोग अपने छोटे से जीवन के सारे कार्यों को कल में डालकर आज का सारा वक्त गुजार लेते हैं।
यूं ही अपने कार्यों को कल में टालते-टालते एक दिन वे खुद ही टल जाते हैं और उनके कार्य धरे के धरे ही रह जाते हैं ।
जीवन कल में नहीं आज में है – लघु कहानी
एक वक्त की बात है तीन दोस्त एक ही मोहल्ले में एक साथ रहते थे। हमेशा वे खूब मजे लिया करते और शाम होते ही वक्त से पहले खाना खाकर सो जाते।
1 दिन सुबह उठते ही वे तीनों दोस्त घर के जरूरी कार्यों को किए बिना घूमने चले जाते हैं। हालांकि इन तीनों के माता-पिता ने उन्हें इस बात की सूचना दे रखी थी कि वे घर से बाहर तभी जाएं जब घर के काम खत्म हो जाए।
तीनों अपने कार्यों को शाम को वापस आकर करने के लिए कहते हैं। तीनो दोस्त अपने दोस्त की शादी में बहुत दूर चले गये।
वे लोग दोस्त की शादी संपन्न होने के बाद वापस घर की तरफ लौटते हैं तो उन्हें वापस घर लौटते-लौटते बहुत शाम हो जाती है।
इस प्रकार उनके सारे कार्य धरे के धरे रह जाते हैं। जब उनके घर वालों को यह बात पता चलती है तो वे अपने इन लड़कों से परेशान होकर अत्यधिक दुखी हो जाते हैं।
इस प्रकार यह तीनों लड़के अपने रोज के कार्यों को आने वाले कल में डाल देते हैं और उन कार्यों को पूरा नहीं कर पाते।
इस तरह यूं ही अपने कार्यों को कल में टालते टालते वक्त के साथ एक दिन वे खुद ही टल जाते हैं।
और जरूरी कार्यों को समय पर न करने की उनकी यह आदत उनके भविष्य के लिए खतरनाक साबित होती है।
मौज मस्ती की वजह से शिक्षा को भी कल पर टालने की वजह से आगे चलकर उन्हें अच्छी वेतन की नौकरी मिलना कठिन हो जाता है।
जिससे आगे चलकर मुश्किल परिस्थितियों में अपना जीवन गुजारना पड़ता है।
इसलिए हमें कभी भी आने वाला कल का इंतजार नहीं करना चाहिए क्योंकि आने वाला कल हर किसी की किस्मत में नहीं होता।
सीख-
हमें इस कहानी से यह सीख मिलती है कि वक्त रहते ही हमें अपने कार्यों को पूरा कर लेना चाहिए क्योंकि वक्त कभी किसी का होता ही नहीं
जो वक्त हम वर्तमान में जी रहे हैं सिर्फ वही हमारा है। न ही गुजरा हुआ वक्त हमारा है और नहीं आने वाला वक्त।
कुछ लोग आने वाले कल के लिए बहुत सारा पैसा बचा कर रखते हैं परंतु वे किसी दुर्घटना या हादसे में उसका शिकार हो जाते हैं। जिस कारण उनके सारे पैसे धरे के धरे रह जाते हैं।
अतः जीवन को आज में जीने की आदत डालें, यह जीवन आपके लिए और अधिक आनंदमयी हो जाएगा।