Motivational Story in Hindi, Motivational Kahani in Hindi
दोस्तों, जिंदगी परेशानियों का, समस्याओं का नाम नहीं हैं, बल्कि उससे पार पाने का नाम हैं? जिंदगी हैं तो सुख दुःख तो आते रहेंगे, लेकिन अगर आप दुःख, परेशानी का हल देखने, ढूंढने के बजाय उसका अंत होने का इंतज़ार करोंगे तो हो सकता हैं यह बढ़ जाए तो और कभी ख़त्म ही न हो, मेरे एक मित्र का एक Quote हैं
Life rocks us or we rock the life ! It’s all our Attitude, so enjoy every shades of life on every precious moments & live it to extreme – Puneet Tambi
आइये, एक बहुत ही अच्छी कहानी के माध्यम से समझते हैं लेकिन समस्याओं के अपने आप खत्म होने का इंतजार न करके उनका समाधान सोचना और हल करना ही सर्वथा उचित हैं, आशा हैं आपको बहुत पसंद आएगी
एक बहुत ही पुरानी बात हैं, एक गाँव में एक व्यक्ति रहता था। उसके पास एक खेत था और वह उस खेत में अनाज उगाता था और किसी-न-किसी तरह अपने परिवार का पालन पोषण करता था। उस इंसान ने बचपन से ही गरीबी देखी थी। उसके जो माता-पिता थे वो भी काफी गरीब थे और वह हमेशा से ही गरीबी में ही रहता आया था, इसी गरीबी के कारण वह धीरे धीरे परेशान रहने लगा।
क्योकि, अब उसके जो बच्चे थे वो भी बड़े हो रहे थे। उनकी फ़ीस के खर्चे, किताबों के खर्चे, कपड़ों के खर्चे बढ़ते ही जा रहे थे और फिर घर का भी खर्च और फिर ऊपर से महंगाई भी बढ़ती जा रही थी। वो अक्सर सोचता था कि जीवन जीना कितना कठिन है एक समस्या ख़त्म नहीं होती और दूसरी शुरू हो जाती है तो वो कभी-कभी ऐसा सोचता था की मेरी पूरी जिंदगी क्या ऐसे ही समस्याओं को हल करने में ही निकल जायेगी? पर ये समस्याएं हल ही नहीं होगी और इसी तरह से ये समस्यां चलती रहेंगी।
कुछ दिनों बाद उसके गाँव में साधु आए, गाँव के लोगो से पता चला कि बहुत ही पहुंचे हुए और ज्ञानी साधु हैं और लोगो की संशयों और समस्याओं को चुटकी में ही हल कर देते हैं तो उसने सोचा क्यों न एक बार साधु के पास जाया जाए और उसे अपनी परेशानी बताई जाए तो शायद वो कोई हल मुझे भी बता दे तो वह व्यक्ति उस साधु के पास गया और उनको अपनी सारी परेशानी बताई कि मैं अपनी जिंदगी में बहुत सारी कठिनाईयों का सामना कर रहा हूँ और ये कठिनाईयाँ कभी ख़त्म ही नहीं होती। एक ख़त्म होती है तो दूसरी शुरू हो जाती है।
साधु उसकी बातें सुनकर हंसने लगे। उन्होंने कहा – “तुम मेरे साथ चलो मैं तुम्हे तुम्हारी परेशानी का हल बता दूँगा।” तो उसने कहा ठीक है।
तो फिर वो साधु उसे एक नदी की तरफ ले गया और बोले कि मैं तुम्हे नदी की दूसरी तरफ जा करके तुम्हे तुम्हारी सारी परेशानी का हल बताऊंगा और तुम्हारी सारी परेशानियाँ दूर हो जायेंगी। तो यह कहकर साधु नदी के किनारे खड़े हो गए। नदी के किनारे खड़े-खड़े काफी देर हो गई और वो इंसान सोचने लगा कि ये यहाँ इतनी देर से क्यों खड़े है और अगर नदी के पार ही समस्या को समाधान होगा तो फिर क्या हमें कोई लेने आ रहा हैं, या फिर महाराज किसी का इंतज़ार कर रहे हैं? और अंत में उसके सब्र का बांध टूट गया और उसने पूछ ही लिया – “महाराज हमें तो नदी पार करनी है तो हम अभी तक यहाँ क्यों खड़े है।”
तो इस पर साधु ने जवाब देते हुए कहा – “बेटा ये जो नदी का पानी है मैं उसके सूखने का इंतजार कर रहा हूँ जैसे ही यह पानी सुख जाएगा, हम आराम से नदी पार करेंगे और उस पार चले जायेंगे और मैं तुम्हे तुम्हारी सारी परेशानियों का हल बता दूँगा।”
तो वह व्यक्ति सोचने लगा कि यह महाराज कैसी मूर्खो जैसी बात कर रहे है, फिर भी वह अनायास ही पूछ बैठा – “महाराज नदी का पानी कैसे सूखता है? और आप यह कैसी मूर्खतापूर्ण बातें कर रहे है, नदी का पानी कैसे सूखता है? नदी का पानी थोड़े ही सूखेगा? ये तो ऐसे ही चलता रहेगा।
तो जो साधु महाराज थे वो हंसने लगे और कहने लगे – “बेटा मैं तुम्हे यही तो समझाना चाह रहा हूँ कि ये जीवन भी एक नदी की तरह है और ये जो पानी है वो समस्या की तरह है। जब तुमको पता है कि नदी का पानी नहीं सूखेगा तो तुम को खुद प्रयास करके नदी पार करनी होगी। वैसे ही जीवन में समस्याएँ भी चलती रहेंगी तुम्हे अपने प्रयासों से ही नदी पार करनी होगी मतलब इन परेशानियों का सामना करना है। जो भी कठिन परिस्थिति आएँगी उन सब का डट के सामना करना है। अगर तुम नदी के किनारे बैठे रहोगे और नदी के पानी सूखने का इंतजार करते रहोगे, तो तुम जीवन में कभी भी आगे नहीं बढ़ पाओगे। मतलब पानी तो बहता रहेगा समस्याएँ भी ऐसे ही आती रहेंगी पर आपको नदी की धारा को चीरते हुए आगे बढ़ना है यानि कि हर समस्या को ख़त्म करते हुए आगे बढ़ना है तभी तुम जीवन में आगे कुछ कर पाओगें।
Moral :- दोस्तों आखिर में इस कहानी से हमें यही शिक्षा मिलती है कि जीवन है तो समस्याएँ रहेंगी ही। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम दिनभर चिंता करते रहे और अपने life में आगे बढ़ने के लिए इन सारी समस्याओं के ख़त्म होने का इन्तजार करते रहे क्योंकि वो तो बिलकुल नदी के पानी की तरह है। वो तो हमेशा चलती ही रहेंगी, ये कभी कम नहीं होंगी। बेहतर यह है हम उसे चीरते हुए आगे बढे अपने हर समस्या का डट कर सामना करे और अपनी life को और भी बेहतर बनाते रहे।
इसलिए दोस्तों, समस्याएँ को एक तरफ रखिए और जीवन का आनंद लीजिए।
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7 Comments
Post Publish करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद …………….
AchhiBaatein.Com, Hindi Community को ऐसी सुंदर कहानी वाली POST देने और PUBLISH करवाने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
बहुत ही उम्दा लेख …. शानदार प्रस्तुति …. Thanks for sharing this!! 🙂 🙂
sir bhaut badiya ….
मुझे ये कहानी बहोत अच्छी लगी. हर इन्सान को इस कहानी से सिखाना चाहिए की जीवन में कभी भी हार नहीं माननी चाहिए .जिंदगी की हर तकलीफ का डट कर सामना करना चाहिएं. समय का इंतज़ार नहीं करना चाहिए मुश्किले तो आती रहेगी , इसलिए मुस्किलो का सामना करो. थैंक यू
shaandar motivational story. sahi kaha ki agar zindagi hai to problem to hongi hi. other wise jeene ka maza hi nahi aayega. or aap sab bor ho jayenge is zindagi se. so jaisa bhi upar wale ne hme zindagi di hai use hansi khusi jiye.
thanks for sharing this story.
Best story sach kaha apna rasta khud banana honga