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Money Management का स्मार्ट तरीका

यह बहुत मजेदार सवाल है, आखिर अमीर बनने के लिए कितने पैसे की जरूरत हैं। क्या ऐसी कोई परिभाषा या मापदंड है, जिससे मापा जा सके कि कौन व्यक्ति अमीर है? कौन व्यक्ति अमीर है?

अर्थशास्त्र में गरीबी रेखा नामक एक अवधारणा है, जिससे नीचे रहने वाले व्यक्ति को गरीब माना जाता है और उससे ऊपर रहने वाले व्यक्ति को अमीर, आज हम जो Book Summary लेकर आए हुए है, वह उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है, जो मेहनत तो कर रहे है।

काम तो कर रहे है, लेकिन अपनी कमाई और आर्थिक स्थिति को सम्भाल नहीं पा रहे है। यह आपको अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने में काफी हद तक मददगार साबित होगी। आपकी मनोस्थिति को बदल कर रख देगी, अगर आप इसमें बताई बातों को अमल में लाते हैं तो।

हर देश के लिए यह अमीरी और गरीबी जानने का मापदंड अलग-अलग होता है। अमेरिका में जिसके पास कार नहीं है, उसे गरीब माना जाता है। वही भारत जैसे देशों में कार अभी भी विलासिता की वस्तु मानी जाती है।

भारत में जो रोजाना $2 या इससे कम कमाता है, उसे गरीब माना जाता है। भारत में अर्थव्यवस्था के अनुसार अमीर कहलाना हो, एक दिन का $2 डॉलर से अधिक कमाने वाला व्यक्ति अमीर है। अब यहाँ पर एक बात है, भारत में 1 अरब से अधिक लोगों की कमाई इतनी है, उसके बावजूद भी हर कोई अपने आपको ना तो अमीर समझता है और ना ही अमीर के श्रेणी में खुद को रखता है।

इसलिए अभी भी बहुत सारे लोगों को लगता है कि अमीर बनने के लिए बहुत सारे पैसे की जरूरत है। किसी से भी पूछो, तुमको अमीर बनना है, तो तुमको कितने पैसा की जरूरत है। तो हर कोई कहता है, उसे बहुत सारे पैसे की जरूरत है। जैसा कि हमें पता है कि हमारा अवचेतन मन के पास में सोचने की क्षमता नहीं होती है, वह सिर्फ एक्शन लेता है।

“बहुत सारा पैसा” इसका कोई खास तस्वीर नहीं बनता है, जिसकी वजह से अवचेतन मन Confuse रहता है। अवचेतन मन चाह कर भी जरूरत के अनुसार पैसे को आकर्षित नहीं कर पाता है।

आप पैसा को अपने जीवन में रखना चाहते हो, तो जाहिर-सी बात है कि जो पैसा आपके पास आ रहा है, उसे बुद्धिमानी से इस्तेमाल कीजिए। फिजूल खर्ची को कम कीजिए।

आपके पास ज्यादा भी पैसा आ रहा है, तो उसका घमंड या दिखावा मत कीजिए और कम भी पैसा आ रहा है, तो उसका दुख मत कीजिए। क्योंकि पैसा एक एनर्जी है, पैसा एक जीवित वस्तु है।

हमारे मन में चल रहे विचारों का, हमारे भावनाओं का पैसे के साथ सीधा और प्रत्यक्ष सम्बंध होता है। पैसे और आपके बीच माँ-बेटे जैसे सम्बंध रखिए । इसलिए हमारे शास्त्रों में धन को देवी का रूप दिया गया है और उनकी लक्ष्मी के रूप पूजा भी की जाती है।

आगे लेखक बताते है कि पैसे कमाने के दो तरीके होते है। या तो आप काम पर जाएँ या आप अपने पैसे को काम पर लगाएँ

मतलब पैसे के दो स्रोत होते है, पहला Active Income और दूसरा Passive Income

Earn Money By Money in HIndi

जिस Income के लिए आपको खुद ऑफिस जाते है, आप खुद जॉब करते है, वह सब आपका Active Income है। Active Income आपको तब तक मिलता रहता है। जबतक आप काम पर जाते है, जितना देर काम करते है।

Passive Income के लिए पहले से आपके पास कुछ पैसा होना चाहिए, उसके बाद आप उसे पैसे को काम पर लगा सकते है और पैसा आपको पैसा कमा कर देगा और पैसे से कमाए पैसे को Passive Income कहते है।

Passive income के लिए सिर्फ एक बार ही काम करने की जरूरत होती है, उसके बाद पैसा आपके पास आता है। जैसे कोई लेखक मेहनत कर के एक बार किताब लिख देता है, उसके बाद जीवन भर उस किताब से उसकी कमाई होती रहती है।

एक बात अपने दिमाग में रखिए बिना कुछ किए आपको पैसा तो मिलने वाला नहीं है। आपको पैसे के लिए कुछ ना कुछ जरूर करने की जरूरत है। जब आपके पास पैसा आने लगता है। तब उस पैसे को सही तरीके से मैनेज करने के बारे में लेखक बताते है।

सबसे पहले आप एक कागज और कलम लिखिए और एक महीने में होने वाले सारे खर्चों का हिसाब लगाइए और देखिए कि किस पर कितना पैसा खर्च हो रहा है? हिसाब लगाना बहुत जरूरी है। इससे आपको पता चल जाता है कि आपका कितना पैसा कहाँ खर्च हो रहा है?

कई सारे लोग कमाते है और बिना हिसाब लगाए, खर्च करते रहते है। ऐसा करने से यह होता है कि जितना कमाते है, उतना खर्च कर देते है, कुछ बचता नहीं है।

जबकि Financial Stable बनना है, तो आपको अपने पैसे को लेखा जोखा बहुत जरूरी है।

लाइफ Insurance भी बहुत जरूरी हैं. लोग अपने जीवन को Secure करने के बारे में नहीं सोचते है। आपको अपनी कमाई के हिसाब से Life Insurance ले लेनी चाहिए। Life Insurance लेने के बहुत सारे फायदे होते है और जीवन में सुरक्षा की भावना आती है।

भगवान ना करे हो अगर आप को कुछ हो जाता है, तो आपकी Family को लाइफ Insurance से काफी फायदे मिलते है। इसके साथ Health Insurance भी लेना काफी फायदेमंद हो सकता है आपके लिए और आपके फैमिली के लिए।

बहुत सारे लोग अपने पैसे को बहुत सारे कामों में निवेश करते है, तरह-तरह के चीजों पर पैसा लगाते है। लेकिन जब उनसे पूछा जाता है कि “आप खुद के ऊपर कितना खर्च करते है?” बहुत सारे लोग खुद के ऊपर खर्च ना करते है। 100 में 4-5 लोग ही खुद के ऊपर खर्च करते है।

लेखक कहते है कि आपके पास अपना FINANCIAL INDEPENDENCE ACCOUNT होनी चाहिए। इस Account में आपको अपनी कमाई का मात्र 10% रुपया जमा करना है। हर महीने का सिर्फ 10% बचत करने से ही कुछ समय बाद आपके पास एक अच्छी खासी रकम हो जाएगी।

आप FINANCIAL INDEPENDENCE ACCOUNT को लंबे समय तक रख सकते है। इस पैसे को आप अपने ऊपर खर्च कर सकते है। अपनी जरूरतों और अपनी शौक पूरे करने के लिए आप पास अच्छा खासा पैसा हो जाएगा।

अगर आपने पहले से ही किसी से कर्ज लेकर रखा है, तो कर्ज को खत्म करने का बहुत शानदार तरीका बताया गया है। किसी का कर्ज है, तो उसे एक बार में देने की कोशिश ना करें।

You Are Born Rich के लेखक ने बताया है कि आपके पास एक अलग से DEBT CLEARNESS ACCOUNT होनी चाहिए और इस ACCOUNT में आप अपनी INCOME के 20% रुपए डालिए और इस पैसे को जितना भी अपने कर्जों को चुकाने में लगा सकते है।

लेखक कहते है कि इस विचार के बारे में आप अपने CREDITORS को MAIL कर सकते है, और उनको अपने इस स्कीम के बारे में बता सकते है। ऐसा करने से आपका कर्ज भी धीरे-धीरे उतर जाएगा।

इतना कुछ करने के बाद आपको मानसिक तनाव नहीं रहेगा। एक तरफ से देखा जाए, तो आपको सारी Financial Problem Solve हो गई है। आपके पास Income के Source भी है, इतना कुछ करने के बाद आपको मानसिक तनाव नहीं रहेगा।

एक तरफ से देखा जाए, तो आपको सारी Financial Problem Solve हो गई है। आपके पास Income के Source भी है, आपके पास Life Insurance भी है और आप अपने लिए भी पैसा बचाकर रखें और आपका कर्ज भी धीरे-धीरे खतम हो गया है और आपको अपनी व्यवहारिक खर्च के लिए भी आपकी Income का 60% मिल गया।

एक Quotes है, जिसमें कहा गया है कि ” पैसा Dettol की तरह होता है, जो 99% परेशानियों को खतम कर देता है, एक और बात Fact है कि सब किसी को Investing, Share Market, Stock Market और Mutual Fund की समझ नहीं होती है।

हर एक व्यक्ति अपने Passive Income नहीं कमाता है। इस समय भी इस बहुत सारे लोग है, जो 10, 000 रूपये के लिए 12-14 घंटा काम करते है, और मेहनत भी दबा कर करते है लेकिन फिर भी उनकी Financial Condition में कोई सुधार नहीं आ पाता है क्योंकि वह अपने Skill और अपने टाइम को अपने लिए इस्तेमाल नहीं कर पाते है, कोई दूसरा उनको Hire करता है और अपने अनुसार उनसे काम लेता रहता है।

बाज़ार और मार्केटिंग के चक्कर में फंस कर कई सारे लोग बिना जरूरत की चीजें भी खरीद लेते है, और अपना खर्चा बढ़ा देते है
और बड़ी बड़ी कंपनिया मनोविज्ञान का इस्तेमाल कर के लोगो से लोगों को अपनी चीजें खरीदने के लिए Manipulate कर लेती है. और लोग भोले बन कर खरीद लेते है क्योंकि लोगों में Awareness की कमी है।

आज एक व्यक्ति मुकेश अंबानी से ज्यादा मेहनत करता है, लेकिन फिर भी 10,000 से ज्यादा कमा नहीं पाता है. क्योंकि उसे चीजें पता नहीं Money काम कैसे करता है।

इसलिए तो एक तरफ भारत में Unicorn में शामिल होने वाली कम्पनियों की संख्या बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ बेरोजगारी भी बढ़ रही है, सब कुछ को एक साथ कभी सही नहीं किया जा सकता है।

एक बात और सिखाया उसे ही जा सकता है, जो सीखना चाहता है, जो सीखना चाहता ही नहीं उसे कभी भी सिखाया नहीं जा सकता है। जिसे सीखना होगा, वह कहीं से भी सीख लेगा. जिसे नहीं सीखना होगा, वह कभी भी सीख नहीं सकता है।

और ऐसी आर्टिकल गूगल पर Free में है, लेकिन Search करने का मेहनत कौन करना चाहेगा। आज के लोगों को RECOMMENDATION का आदत लग गया, चीजें बिना SEARCH किए चाहिए. तो कहां से कोई सीख आएगा?

धन्यवाद

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