हर किसी का सोचने का तरीका अलग अलग होता है, कोई मानता है मेरे लिए जॉब बेस्ट है तो किसी का सोचना होता है कि यदि लाइफ में अपना बिजनेस हो तो बात ही कुछ और है।
हालांकि जिस इंसान को अपनी लाइफ में जिस चीज से संतुष्टि हो वही उसके लिए सबसे बेहतर होगा परंतु फिर भी लोगों के नजरिए से देखा जाए तो कोई जॉब को अच्छा मानता है तो कोई खुद का बिजनेस।
वर्तमान समय में ज्यादातर लोग सिर्फ एक गवर्नमेंट जॉब ही हासिल करना चाहते हैं इसलिए ज्यादातर लोग जॉब करना भी पसंद करते हैं, उनका मानना होता है कि यदि उन्हें गवर्नमेंट जॉब हासिल हो जाएं तो वे लोग उम्र भर अपना जीवन आसानी से गुजार सकते हैं और उन्हें जॉब की सिक्योरिटी के अलावा स्वास्थ्य संबंधी अन्य खर्चे उठाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
परंतु कुछ लोगों का मानना रहता है कि बिजनेस में हम खुद के शौक भी पूरे कर पाते हैं और अपनी मनमर्जी के पैसे भी कमा पाते हैं। साथ ही बिजनेस करके दूसरों को रोजगार दिया जा सकता है।
तो क्या जॉब बेहतर है या फिर बिज़नेस करना बेस्ट है? तो क्योंकि हर एक चीज के अपने फायदे एवं कमियां होती हैं तो हम उचित क्या है। यह पता करने के लिए दोनों के फायदे नुकसान देखेंगे जिसके बाद आप स्वयं ही डिसाइड कर पाएंगे कि मेरे लिए क्या Best है?
नौकरी(Job) करने के फायदे
1. काम का फिक्स समय होना
साइंस भी यह बात मानती है कि जब हम कोई काम लगातार करते हैं तो वह हमारी आदत बन जाती है। ऐसे में जॉब का विकल्प चुनने वाले लोग अक्सर सुबह 9 से शाम के 5:00 बजे तक काम करते है।
बाकी का समय उन्हें अपने परिवार दोस्तों के साथ बिताने का मौका मिलता है ऐसे में वह अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के साथ अच्छे से तालमेल बिठा पाते हैं।
2. फिक्स वेतन और सुविधाएं मिलना
लोग जॉब का रास्ता इसलिए भी चुनते हैं क्योंकि एक बार सरकारी नौकरी लग जाए तो हर महीने आपके अकाउंट में एक फिक्स सैलरी आनी होती है चाहे आप काम की वजह से काम पर मौजूद ना भी हो तब भी। अर्थात उसे उसे इस बात की टेंशन देती है कि मुझे इस महीने पैसा मिलेगा कि नहीं।
3. समय पर वेतन मिलना
जॉब करने का सबसे मुख्य व फायदेमंद कारण यही है कि हमें हर महीने समय पर वेतन मिल जाता है इसके कारण हमें व्यक्तिगत रूप से कोई भी परेशानी अपने परिवार के लिए नहीं उठानी पड़ती और हम उस पैसे का सही इस्तेमाल महीने के शुरुआती दिनों से ही करना प्रारंभ कर देते हैं, हमें घर में किसी भी आवश्यक चीज की कमी नहीं खलती।
नौकरी(Job) के नुकसान
1. जरूरतें पूरी न कर पाना
जब हम अपने जीवन में जॉब करते हैं तो हमें कभी- कभी समय पर वेतन नहीं मिल पाता। विशेषकर प्राइवेट नौकरी में, इस कारण हम बहुत सारी सुविधाओं व कुछ आवश्यक कार्यों को करने से भी वंचित रह जाते हैं।
इसलिए लोगों का ज्यादातर मानना यहीं रहता है कि हमें अपने जीवन में जॉब करने का निर्णय कम से कम ही लेना चाहिए।
जब हम अपने जीवन में जॉब करते हैं तो हमें कभी कभी अपने कार्यों को पूरा करने का ना ही वक्त मिल पाता और ना ही पैसा!
इसीलिए सबसे पहली समस्या हमारे जीवन में जॉब करने से यही रहती है कि हम कभी भी अपने मन के कार्यों को नहीं कर पाते और हमारे ऊपर हमेशा हमारे सीनियरों का दबदबा बना रहता है और ना ही हम मिलने वाले वेतन से कभी इच्छाएं और अपने शौक पूरे कर पाते हैं।
2. बिना काम के पैसे न मिल पाना
जब भी व्यक्ति जॉब करते हैं और कभी उसके हालात ऐसे हो जाते हैं कि वे काम में नहीं जा पाता तो उसका वेतन कट जाता है और उसे उस वक्त के पैसे नहीं मिलते जब वह काम में उपस्थित नहीं रहता।
इसीलिए प्राइवेट जॉब में सिर्फ हमारा काम व वक्त मायने रखता है, हम जितना अधिक वक्त अपनी जॉब को दे सकते हैं हमें उतने ही पैसे प्राप्त हो सकते हैंl
परंतु जब भी हम अपने वक्त को घर के कामों के लिए उपयोग में लाते हैं तो हमें उस वक्त के पैसे नहीं मिलते और हम इस बात से बहुत ही नुकसान होता है कि लोग हमारी समस्याओं को नहीं समझते और हमें बिना काम के कोई भी पैसे नहीं मिलते।
इसीलिए जॉब करने का यह एक नुकसान है लोग हमें हमारे वक्त के पैसे तो देते हैं परन्तु खराब हालातो के नही इसलिए जॉब करने में सिर्फ हमारी मेहनत देखी जाती है न कि हमारा टैलेंट।
3. खुद के लिए वक्त न निकाल पाना
जो कोई भी इंसान जॉब करता है, ज्यादातर प्राइवेट जॉब वाले लोग ऐसी स्थितियों से गुजरते हैं, वे दिन रात मेहनत करके पैसा कमाते हैं परंतु उन पैसों का इन्वेस्ट खुद अपने जीवन में नहीं कर पाते और ना ही उन्हें कभी वक्त मिल पाता है खुद को समझने का।
क्योंकि जॉब करने वालें ज्यादातर लोग सुबह सूरज उठते ही निकल पड़ते हैं अपनी मंजिल की तरफ और सूरज ढलने के बाद पहुंचते हैं खुद के आशियाने पर।
इस कारण इन्हें खुद के जीवन को समझने का वक्त भी नहीं मिल पाता।
इसी कारण लोगों का मानना होता है जॉब करना हमारे जीवन के लिए उचित नहीं है ऐसा करने से हमें कभी खुद को समझने का वक्त नही मिलता और ना ही हम खुद के घर परिवार वालों को वक्त दे पाते हैं, भले ही हम उनकी आवश्यक वस्तुओं को खरीद लेते हैं परंतु स्वतंत्र रूप से घूमने और परिवार के साथ आनंद के पल बिताने का समय नहीं मिल पाता।
तो बात करते हैं बिजनेस में आखिर लोगों को किस प्रकार इंटरेस्ट आता है, लोगों का मानना आखिर कितने हद तक सही या गलत होता है तो आइए जानते हैं।
आखिर बिजनेस के हमें क्या फायदे हो सकते हैं।
1. खुद का मालिक होना
यदि कोई भी बिजनेस करता है तो उसमें वह खुद का मालिक होता है इस कारण उसके उपर किसी का भी दबदबा नहीं रहता और वह अपनी मर्जी के वक्त ही अपने बिजनेस के कार्य में ध्यान देता है।
यहां महीने की आखिरी तारीख तक वेतन आने का इंतजार करना पड़ता है। इसीलिए जब भी वक्त मिल जाए हम अपने बिजनेस को बढ़ाने के प्रत्येक तरीकों का ज्ञान ले सकते हैं और खुद का बिजनेस होने के नाते हम अपनी मर्जी के मालिक होते हैं ।
2. अपनी पसंद का बिजनेस करना
यदि कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में बिजनेस जैसे कार्यों को अपनाता है तो वह अवश्य ही उसके पसंद का कार्य ही होगा। पसंद का कार्य होने के नाते वह उस कार्य में बहुत ज्यादा इंटरेस्ट जताता होगा।
इसी कारण वह उस कार्य करने में बहुत आसानी व आनंद महसूस करता होगा इसलिए हमें खुद का बिजनेस करने से मुख्य फायदा यह है कि पसंद के कार्यों में आसानी से अपना जीवन यापन कर पाते हैं।
3. खुद के सपने पूरे करना
एक व्यापारी या उद्यमी अपने सपनों को पूरा कर पाता है क्योंकि वह सपने देखता ही बिजनेस शुरू करने से पहले हैं और उसका यह सपना जुनून व मेहनत के कारण अवश्य ही पूरा हो जाता है।
ज्यादातर वही लोग अपने सपनों को पूरा कर पाते हैं जो खुद के पसंद के कार्यों को करते हैं और उस कार्य में अपना सारा जीवन यापन करने के लिए तैयार रहते हैं।
ऐसे बहुत सारे उदाहरण भी हैं कि जो व्यक्ति खुद का बिजनेस करता है वह अवश्य ही अपने सपनों को पूरा कर पाता है।
बिजनेस करने में फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी होते हैं जो निम्नलिखित हैं
बिजनेस करने के नुकसान
1. बड़ा निवेश इकट्ठा करना
यदि कोई भी एक बिजनेस शुरू करना चाहता है तो उसे बिजनेस शुरू करने से पहले एक बहुत बड़ी निवेश की आवश्यकता होती है।
एक अच्छा बिजनेस आइडिया होने के बावजूद भी हर कोई व्यापार को शुरू करने के लिए पूंजी इक्कट्ठा नहीं कर पाता
या फिर उस निवेश को इकट्ठा करने में अधिक समय लग जाता है जिस कारण अपनी बिजनेस आइडिया को हकीकत में बदलने और उससे लाभ कमाने में उसे काफी देरी लग जाती है अतः खुद का बिजनेस करने में यह सबसे बड़ी समस्या लोगों के सामने आती है।
2. लंबे समय तक काम करना
यदि खुद का बिजनेस हो तो व्यक्ति को कभी भी वक्त की पाबंदी नहीं रहती और वह जब चाहे तब अपने बिजनेस के लिए काम कर सकता है इसीलिए ज्यादातर लोग अपने बिजनेस करने में 24 घंटे अपने उस काम में व्यस्त रहते हैं और तरह-तरह की विचार व प्रमोशन के तरीके ढूंढते रहते हैं इस कारण व्यक्तियों को तनाव का भी डर बना रहता है।
इसलिए कई सारे बिजनेसमैन जो व्यापार में खूब धन अर्जित कर रहे हैं। वह अक्सर तनाव के चलते नशे का सेवन करते हैं।
3. वक्त पर पैसे न मिल पाना
बिजनेस करने का सबसे बड़ा घाटा यही है कि यहां वक्त से पहले पैसे नहीं मिल पाते! यदि व्यापार फायदे में चल रहा होता है तो खूब आमदनी होती हैं वहीं दूसरी तरफ यदि उनका बिजनेस लॉस में चल रहा होता है तो उन लोगों को वक्त से पहले पैसा नहीं मिल पाता इस कारण उनके बहुत सारे आवश्यक काम छूट जाते हैं।
और इसी डर से कई सारे लोग बिजनेस करने से कतराते हैं सिक्योरिटी के लिए जॉब का सहारा ढूंढते हैं।