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बॉलीवुड की 5 ऐसी मूवीज, जो आपकी जिंदगी में लाएंगी सकारात्मक बदलाव

दोस्तों, आज इस आर्टिकल में हम बॉलीवुड की कुछ ऐसी मोटिवेशनल मूवीज की बात करेंगे, जो आपकी जिंदगी को पूरी तरह से बदल सकती है, तो आइए बात करते है, “Motivational Bollywood movies for students in Hindi”

आज भारत दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्म बनाने वाला देश बन गया है। हर साल हमारी “Indian Film Industry” लगभग 1200 से 1500 फिल्में देती है, जिसमें कॉमेडी, एक्शन, ड्रामा, रोमांस, बायोग्राफी, हॉरर, इंस्पिरेशन, स्पोर्ट्स, मोटिवेशनल इत्यादि फिल्में शामिल है।

बॉलीवुड को हमेशा से ही एक्शन, रोमांस और कंट्रोवर्सी फिल्मों के लिए दोषी ठहराया जाता है। लेकिन कई हिंदी फिल्मे बॉलीवुड में ऐसी भी हैं, जिनसे हम बहुत कुछ लिख सकते हैं। इस लेख मे हम कुछ ऐसी ही बॉलीवुड मोटिवेशनल मूवीज [Bollywood Motivational movies] की चर्चा करेंगे, जो हमारी जिंदगी में एक सकारात्मक प्रभाव डालती है। तो आइए बात करते है, उन मूवीज के बारे में;
Top 5 motivational movies of Bollywood in Hindi

1. भाग मिल्खा भाग [Bhaag Milkha bhaag – 2013]

Bhaag Milkha Bhaag motivational movie

Cast : Farhan Akhtar & Sonam Kapoor

यह फिल्म ‘द फ्लाइंग सिख‘, वर्ल्ड चैंपियन रनर और ओलंपियन मिल्खा सिंह के वास्तविक जीवन पर आधारित है।

मिल्खा सिंह एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखते थे और कभी उन्हें डकैत माना जाता है। अपने भाई के कहने पर वह भारतीय सेना में भर्ती हो गए। सेना में भर्ती होना उनका खुद का सपना भी था। भारतीय सेना ने मिल्खा को एक होनहार एथलीट के रूप में मान्यता दी और यही से उनकी जिंदगी ने करवट बदली। उन्होंने ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया और देश के लिए कई पुरस्कार जीते।

ओलंपिक तक का सफर मिल्खा के लिए इतना आसान नहीं था। उन्होंने अपने जीवन का सबसे बडा दौर तब देखा, जब पार्टिशन के वक्त उनके परिवार का नरसंहार किया गया और उन्हें घर से बेघर कर दिया। इसके बाद सन 1960 में जब वे ‘रोम ओलंपिक’ की सबसे बड़ी रेस हार गए थे, तब भी उन्हें काफी तकलीफों का सामना करना पड़ा। लेकिन इतनी तकलीफों के बावजूद भी मिल्खा ने हार नहीं मानी। वे रोज प्रेक्टिस करते और कई किलोमीटर तक दौड़ लगाते।

इस फिल्म में मिल्खा सिंह के किरदार को ना सिर्फ स्टील-मेन के रूप में चित्रित किया गया है, बल्कि उनके डर, कमजोरियों, जज़्बात, बलिदान और उनके जज्बे को बखूबी दिखाया गया है। फरहान अख्तर वास्तव में एक बेहतरीन कलाकार है, लेकिन ‘भाग मिल्खा भाग‘ फिल्म में उन्होंने मिल्खा सिंह का उम्दा किरदार निभाया है।

यह फिल्म हमे बहुत कुछ सिखाती है, जो कि हमारी जिन्दगी में काफी जरूरी भी होता है। हमेशा खुद पर विश्वास करे, ज़िन्दगी में अनुशासन बनाए रखे, दूसरो से अपनी तुलना कभी ना करे, अपने सपनों पर संदेह ना करे और उन्हें साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करे।

भाग मिल्खा भाग डायलॉग [Bhaag Milkha bhaag Dialogue in Hindi]

1. “लोग बुरे नहीं होते है, हालात बुरे होते है।”

2. “पैसा कमाने के लिए भी, पैसे की जरूरत होती है।”

2. लक्ष्य मूवी [Lakshya Movie – 2004]

Cast : Hrithik Roshan, Preity Zinta & Amitabh Bachchan

अगर हम हिंदी मोटिवेशनल मूविज की बात करे, तो लक्ष्य एक ऐसी मूवी है, जिसे हम हर शताब्दी से जोड़ सकते है। लक्ष्य मूवी कारगिल युद्ध पर आधारित एक मूवी है, जिसमें ऋतिक रोशन, प्रीति ज़िंटा और अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका निभाते है।

इस फिल्म में मुख्य किरदार निभाने वाले अभिनेता ऋतिक रोशन का नाम करन शेरगिल है। करन, जिनका अपने पिता के बिजनेस में कोई इंटरेस्ट नही होता है और वह बस अपनी कॉलेज लाइफ एन्जॉय करते हैं। लेकिन उनमे कुछ अलग करने की जिद्द होती है।

करन एक्शन फिल्मों से प्रभावित होकर अपने कुछ दोस्तों के कहने पर वह इंडियन आर्मी में भर्ती होने का फैसला करते है। करण के पिताजी उनके इस फैसले से नाराज हो जाते है, क्योंकि वे करन को बिजनेस में लाना चाहते है। लेकिन अपनी जिद्द और जुनून के चलते करन आर्मी जॉइन करते है और उसके कुछ दिनों बाद वापस लौट आते है।

इस तरह आर्मी की ट्रेनिंग छोड़कर आने से उनकी फैमिली और प्रेमिका (प्रीति जिंटा) उनसे बहुत नाराज़ हो जाती हैं। करन को अपनी गलती का अहसास होता है और वे फिर से सेना में भर्ती हो जाते है।

सेना में भर्ती होने के बाद वे कई मिशन और प्रोजेक्ट पर काम करते हैं। सन् 1999 में जब कारगिल का युद्ध हुआ, तब करन शेरगिल और उनकी टीम को टाइगर हिल मिशन पर भेजा। यह मिशन कारगिल युद्ध जीतने में काफी अहम था। करन और टीम ने टाइगर हिल पर जाकर दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए और भारत के हिस्से में जीत दर्ज की। इस ऑपरेशन में उनके साथी योगेन्द्र सिंह यादव भी एक थे।

भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन था। इसलिए इस दिन को आज भी कारगिल विजय दिवस के नाम से जाना जाता हुआ।

यह फिल्म हमें बताती है कि जीवन में एक लक्ष्य होना कितना जरूरी है। अगर आपके पास एक लक्ष्य होगा, तब आपको जीवन जीने में मजा आने लगेगा। अपने परिवार को अपने लक्ष्य के लिए मनाना, अनुशासन, टीम वर्क, बीती घटना को भूलना, कैरियर और प्यार के बीच बैलेंस बनाना, इत्यादि चीज़ों को हम इस फिल्म के जरीये सीख सकते है।

लक्ष्य मूवी डायलॉग [Lakshya movie dialogue in Hindi]

1. रोके तुझको आंधियां, क्या जमीन और आंसमा, पाएगा जो लक्ष्य है तेरा।

2. दुनिया में कोई भी काम करो, उसे अच्छे से करना जरूरी है।

3. चीज़े जब तक परफेक्ट ना हो, अच्छी नहीं लगती है।

3. आई एम कलाम [I Am Kalam – 2010]

Cast : Harsh Mayar, Gulshan Grover & Beatrice Ordeix

फिल्म ‘आई एम कलाम’ राजस्थान में रहने वाले एक लड़के छोटू (हर्ष मायर) की कहानी है, जिसमें वह भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम सर से मिलना चाहता है। कलाम सर के भाषण से वह लड़का छोटू इतना प्रभावित होता है कि उसका जीवन के प्रति नजरिया ही बदल जाता है। वह खुद से निश्चय करता है कि मुझे डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम सर जैसा बनना है।

इस फिल्म एक लड़के के सपनों को दिखाया गया है। वह बुद्धिमान लड़का आगे बढ़ने के लिए संघर्ष करता है और गरीबी की सीमाओं को पार कर जाता है। उसके जीवन के दो किस्से, जिससे उसकी जिंदगी में एक अलग मोड आता है। जब वह एक बार कुलीन परिवार के बेटे से दोस्ती करता है और दूसरा किस्सा, जब वह भारत के राष्ट्रपति और वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम सर से मिलता है और उनसे प्रेरणा लेता है।

यह फिल्म हमें सिखाती है कि जीवन में कभी निराश होकर नहीं बैठना चाहिए, क्योंकि परिस्थितियां बदलती रहती है। खुद से उम्मीद बनाए रखना चाहिए। जीवन हमें बार-बार अवसर देता है, हमें बस उन अवसरों को पहचान कर आगे बढ़ना चाहिए। यही इस फिल्म में मोटे तौर पर दिखाया गया है।

4. दंगल मूवी [Dangal Movie 2016]

Cast : Aamir khan, Fatima Sana Shaikh & Sanya Malhotra

‘दंगल’ फिल्म हरियाणा के रहने वाले रेसलर और ओलंपिक कोच महावीर सिंह फोगाट और उनकी बेटियो (गीता फोगाट और बबीता फोगाट) के जीवन में आधार बनाए हुए लिखी गई हैं

महावीर सिंह फोगाट जी ओलंपिक जाने में असमर्थ रहे, लेकिन उन्होंने अपनी बेटियों को ओलंपिक में भेजने के लिए बचपन से ही उन्हें ट्रेन करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने समाज और बिरादरी से लड़कर अपनी बेटियो रेसलिंग करने के लिए भेजा। इसमें उन्हें कई दिक्कतो का सामना भी करना पड़ा। उनके इसी संघर्ष को फिल्म फिल्माया गया है

बॉलीवुड के बेहतरीन कलाकार आमीर खान ने फिल्म में महावीर सिंह जी का किरदार निभाया है। इस फिल्म के जरिए महिलाओं के दूसरे रूप को दिखाया गया हो कि अगर एक महिला / लड़की को सही गाइडेंस और सपोर्ट दिया जाए, तो वे ओलंपिक में गोल्ड मेडल भी ला सकती है और देश का नाम दुनियाभर में रोशन कर सकते है। ऐसा ही कुछ गीता फोगाट और बबीता फोगाट ने कर दिखाया है।

यह फिल्म हमे बताती है कि खुद पर विश्वास ही सफलता की कुंजी है। अपने पिता और कोच द्वारा सभी प्रकार की ट्रेनिंग के बाद भी गीता फोगाट मंच के अंतिम क्षणों के दौरान गोल्ड मेडल जीतने के लिए कड़ी मेहनत करती है। उनका आत्मविश्वास और तैयारी, उनके जीवन भर के सपने को साकार करने में मदद करती है।

मेरे लिए यह फिल्म वास्तव मे एक प्रेरणा का स्रोत है और मैं आपसे भी यही उम्मीद करता हूं कि आप भी “दंगल” फिल्म से कुछ प्रेरणा लेंगे और अपने वास्तवीक जीवन मे उसे लागू करेंगे।

दंगल फिल्म के फेमस डायलॉग [Dangal movie dialogue in Hindi]

1. मेडलिस्ट पेड पे नहीं उगते, उन्हें बनाना पड़ता है, प्यार से, लगन से मेहनत से।

2. पहलवानी तो छोर करे है, तो म्हारी छोरीयां छोरो से कम है के।

3. मिसाले दी जाती है, बेटा, भूली नहीं जाती।

5. थ्री इडियट्स मूवी [3 Idiots movie-2009]

Cast : Aamir Khan, R. Madhavan, Sharman joshi, Boman Irani & Kareena Kapoor

3 Idiots फिल्म सोनम वांगचूक के जीवन पर आधारित है। सोनम वांगचूक लदाख में Student Educational और Cultural Movement के फाउंडर है।

3 इडियट्स फिल्म को हम ऑल राउंड फिल्म भी कह सकते है, जिसे सबने पसंद किया है। क्योंकि यह फिल्म केवल एक कॉमेडी फिल्म है, बल्कि एक बेहतरीन हिन्दी मोटिवेशनल फिल्म है। फिल्म खासतौर पर 3 इंजीनियरिंग छात्रों रेंचो, फरहान और राजू के ऊपर है, जो दिल्ली के एक पॉपुलर कॉलेज में पढ़ाई करते है।

फिल्म में दिखाया गया है कि छात्र अपनी योग्यता साबित करने के लिए खुद पर कितना भारी दबाव डालते है और एक सिख (Moral) के साथ फिल्म में बताया जाता है कि मार्क्स के लिए पढ़ाई ना करके उसे इंटरेस्टींग (मजेदार) बनाकर पढ़ना कितना ज्यादा जरूरी है।

हल्के-फुल्के और भावुक, यह फिल्म आपको प्रेरित करते हुए और साथ आपको हंसाते हुए आपको अपने कॉलेज की यादों में ले जाएगी।

3 Idiots, फिल्म हमें सिखाती है कि हमें अपने पैशन को जानना चाहिए और उसी के अनुसार काम करना चाहिए। इससे हम ज्यादा खुश रहेंगे। कभी-भी दबाव में आकर कोई काम नहीं करना चाहिए, हमे हमेशा सीखने पर ध्यान देना चाहिए ना कि रट्टा मारने पर। खुद पर विश्वास एक बहुत बड़ी चीज है, हमें कभी इसे खोने नहीं देना है। यही चीज़े इस फिल्म में बखूबी बताई गई है।

3 इडियट्स मूवी डायलॉग [3 Idiots movie dialogue in Hindi]

1. Success के पीछे मत भागो, Excellence का पीछा करो, Success झक मारके तुम्हारे पीछे आएगी।

2. जिंदगी एक रेस है, अगर तुम तेजी से दौड़ोगे, तो कोई ओर तुम्हे रोंदकर, आगे निकल जाएगा।

सारांश [Summary]

बॉलिवुड सिर्फ एक्शन और कंट्रोवर्सी फिल्में ही नहीं बनाता, बल्कि कई स्पोर्ट्स, मोटिवेशनल और कुछ सीखने लायक मूवीज भी बनाता है। सभी हमारे सामने है। अब यह हमारे उपर है की हम किस तरह की मूवीज देखते है।

फिल्में हमारे दिमाग और हमारी एक्टिविटीज पर काफी प्रभाव डालती है। इसलिए हमे केवल उन मूवीज को ही देखना चाहिए, जो कि हमारे कैरियर को आगे बढ़ाने और कुछ नया सिखने में मदद करे। इस लेख में बताई सभी फिल्मों से आप बहुत कुछ सीख सकते है।

इस आर्टिकल बॉलीवुड की 5 ऐसी मूवीज, जो आपकी जिंदगी में लाएंगी सकारात्मक बदलाव [Top 5 Bollywood Motivational movies in Hindi] में बताई गई जानकारी आपको कैसी लगी? Comment करके जरूर बताएं और इस पोस्ट को Social media के माध्यम को अपने दोस्तों के साथ Share करें।

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