Best Hindi Love Poem, Poetry, प्रेम कविता, Romantic Poems in Hindi
एक लड़का था अनजाना सा अक्सर मुझसे कहता था
एक लड़का था
अनजाना सा
अक्सर मुझसे कहता था
चलोगी मेरे साथ
इन तारों में
वहां भी एक दुनिया है
मैं कहती ना बाबा ना
ऐसा सोचना मत
मेरी एक दुनिया है
मैं खुश हूं
नहीं जाना मुझे साथ तेरे
फिर वो कहता
इस जीवन के पार भी
इस जन्म के परे भी
कुछ लोग रहते है
चलो ना
साथ मेरे में
चांद को छू आए
मैं कहती ना बाबा ना
ऐसा सोचना मत
मेरे छत से चांद दिखता है
मैं उसे दूर से देख कर खुश हूं
कभी जी करता है
तो मैं चांद से बात कर लेती हूं
फिर वो कहता
कुछ है जो अभी जानना बाकी है
कुछ है जो अभी समझना बाकी है
कुछ है जो अभी परखना बाकी है
कुछ है जो अभी आना बाकी है
तुम साथ दोगी
जो नहीं है उसे खोजने में
जो नहीं है उसे समझने में
जो नहीं है उसे समझाने में
जो नहीं है उसे लाने में
मैं कहती ना बाबा ना
जो नहीं है मुझे उसे जानना नहीं है
जो नहीं है मुझे उसे समझना नहीं है
जो नहीं है मुझे उसे परखना नहीं है
क्योंकि
जो है मैं उसे भी जान नहीं पाई
जो है मैं उसे समझ नहीं पाई
जो है मैं उसे परख नहीं पाई…
एक लड़का था
जो ये सब कहता था
न जाना कहां खो गया
किस अजनबी का जहां हो गया
~ राजकुमार यादव
तुमको प्यार दिखाया भी है, तुमसे प्यार जताया भी है
तुमको प्यार दिखाया भी है,
तुमसे प्यार जताया भी है
पर तुमको न समझ आए मेरा प्यार
तो मैं क्या करूं
तुम्हारे लिए दिल धड़का भी है
तुम्हारे लिए दिल तड़पा भी है
पर तुमको सुनाई न दे मेरे तड़प की झनकार
तो मैं क्या करूं
तुमसे प्यार करता भी हूं
तुमको खोने से डरता भी हूं
पर तुम्हारे दिल में नहीं है मेरे लिए प्यार
तो मैं क्या करूं
तुम दिल में भी हो, दिमाग में भी
तुम दूर भी हो और मेरे पास में भी
पर तुमको नहीं है मेरे प्यार का एहसास
तो मैं क्या करूं
तुम न होकर भी मेरे पास रहती हो
हर घड़ी तुम मुझे याद रहती हो
पर मैं नहीं रहता पल पल तेरे दिल के पास
तो मैं क्या करूं
~ राजकुमार यादव
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